ग़ाज़ीपुर- कृषि विज्ञान केंद्र आंकुशपुर में अरहर बीज पर कार्यशाला संपन्न

प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, अंकुशपुर, गाज़ीपुर पर आयोजित चार दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यशाला 17 जून को अरहर बीज उत्पादन का समापन हुआ| इस अवसर पर केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ जे पी सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण का उद्येश्य अरहर की गुणवत्ता युक्त पैदावार को बढ़ाना है, जिससे जनपद के किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो साथ ही साथ मिटटी की उर्वरा शक्ति भी बनी रहें है एवं कुपोषण को भी दूर किया जा सकता है |केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अमरेश कुमार सिंह ने दुधारू पशुओं के आहार में दलहनी फसलो के प्रयोग एवं उनसे लाभ पर चर्चा किया।उक्त अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण संयोजक डॉ नरेंद्र प्रताप ने दलहनी फसलो के महत्त्व पर चर्चा करते हुए अरहर बीज उत्पादन के समय हमें सबसे पहले प्रजाति का चयन, अरहर की अन्य प्रजातियों से चयनित प्रजाति के खेतो के बीच के अंतर इत्यादि बातों को ध्यान में रखा कर बीज उत्पादन करने की सलाह दिया। वैज्ञानिक डॉ शशांक शेखर ने अरहर की बुवाई के लिए प्रयुक्त सीड ड्रिल के प्रयोग एवं उनका रख रखाव के बारे में जानकारी दिया। डॉ ऐ के राय मृदा वैज्ञानिक ने कहाँ की अरहर एक दलहनी फसल है जो वातावरण में स्थित नाइट्रोज को हमारी मृदा में स्थित करने का कार्य करती है अतः इन फसलो में मृदा जाँच के उपरांत ही उर्वरकों का प्रयोग करें। उद्यान वैज्ञानिक डॉ शशांक सिंह ने लगाने वाले रोगों एवं कीटों के प्रबंधन एवं खरपतवार प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा किया | इस प्रशिक्षण में प्रगतिशील कृषक श्री तेज बहादुर सिंह, उमेश सिंह, सूर्यनाथ यादव, महेंद्र पाल, राजेंद्र पाल आदि सहित कुल 30 कृषकों ने प्रतिभाग किया |