घर से नहीं निकले मतदाता, आजमगढ़ में 48.58 और रामपुर में 39.02 प्रतिशत हुआ मतदान


प्रखर आजमगढ़/रामपुर। अखिलेश यादव और आजम खान के रामपुर व आजमगढ़ की लोकसभा सीट छोड़ने के बाद बुधवार को उपचुनाव संपन्न हो गए. कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण तरीके से हुए मतदान का प्रतिशत हालांकि अपेक्षा के अनुरूप कम ही देखने को मिला है. शाम 6 बजे तक आजमगढ़ में 48.58 और रामपुर में 39.02 प्रतिशत वोट ही पड़े. उल्लेखनीय है कि रामपुर में 6 प्रत्याशी मैदान में हैं, वहीं आजमगढ़ में 13 लोग इन चुनावों में अपना भाग्य आजमा रहे हैं. आजमगढ़ की बात की जाए तो यहां पर मतदान का प्रतिशत 2019 के मुकाबले काफी कम देखने को मिला. इस उपचुनाव में शाम 6 बजे तक आजमगढ़ लोकसभा सीट पर केवल 48.58 प्रतिशत ही वोट गिरे, जबकि 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान 57 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं इस बार मॉक पोल के दौरान 45 बूथों में गड़बड़ के चलते मतदान करीब आधा घंटा देरी से शुरू हो सका. वहीं खास बात ये रही कि आजमगढ़ से बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ और सपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ही वोट नहीं डाल सके क्योंकि ये इस जिले के निवासी नहीं हैं. वहीं सगड़ी और गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में तेज बारिश के कारण भी करीब 1 घंटे से मतदान बाधित हो गया था. एक बार फिर बारिश रुकने के बाद मतदान शुरू हो सका था लेकिन इसके बाद मतदान करने कम ही लोग घरों से बाहर निकले.वहीं रामपुर में भी मतदान की प्रतिशत कम देखने को मिली. यहां पर गर्मी के चलते भी लोग कम ही मतदान के लिए घरों से बाहर निकले. वहीं बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के नरसुआ गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया. विकास न होने का आरोप लगाते हुए वहां पर ग्रामीणों ने वोट नहीं डाले. बाद में अधिकारियों के समझाने के बाद शाम 5 बजे बाद मतदान शुरू हो सका।