बीजेपी का नया दाव पश्चिम बंगाल के राज्यपाल धनखड़ को बनाया उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार

प्रखर एजेंसी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार होंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसका औपचारिक ऐलान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए बधाई दी और कहा कि उन्हें हमारे संविधान का उत्कृष्ठ ज्ञान है। वह राज्यसभा के बेहतरीन अध्यक्ष होंगे। दरअसल, धनखड़ के ऐलान के साथ भाजपा ने कई तीर से कई निशाने साधे हैं। जिसने विपक्ष की मुश्किलें बढ़ा दी है। उधर, धनखड़ के साथ बंगाल सीएम ममता बनर्जी का मनमुटाव जगजाहिर है। ऐसे में रविवार यानि 17 जुलाई का दिन विपक्ष के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। विपक्षी दल भी अपने प्रत्याशी का ऐलान कर सकते हैं। एनडीए की तरफ से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का नाम सामने आने के बाद विपक्ष की ओर से उम्मीदवारी को लेकर कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं। संख्या बल के लिहाज से हालांकि विपक्ष के उम्मीदवार के जीतने की उम्मीद हालांकि कम हो लेकिन, विपक्ष ने वॉक ओवर देने से साफ इनकार कर दिया है। उपराष्ट्रपति के लिए कांग्रेस ने कमान संभाली है। पार्टी की तरफ से मल्लिकार्जुन खड़गे को सभी 17 विपक्षी दलों से बातचीत करने का जिम्मा सौंपा गया है। धनखड़ के खिलाफ विपक्ष की ओर से कौन उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार खड़ा किया जाता है, यह देखने वाली बात होगी।भाजपा ने जगदीप धनखड़ का नाम फाइनल करके किसान कार्ड खेलने की कोशिश की है। कृषि आंदोलन के बाद से किसानों में केंद्र की मोदी सरकार को लेकर काफी नाराजगी रही है। उधर, धनखड़ किसान परिवार से आते हैं। इसलिए भाजपा धनखड़ को उपराष्ट्रपति जैसा सम्मानित पद देकर किसानों की नाराजगी को कम करना चाहती है। साल 2023 में राजस्थान मे विधानसभा चुनाव होने हैं। इस वक्त राज्य में कांग्रेस की सत्ता है। अशोक गहलोत सीएम हैं। लेकिन प्रदेश में सचिन पायलट और गहलोत खेमे के बीच मनमुटाव जगजाहिर है। भाजपा इसे तो भुनाने की कोशिश कर ही रही है, दूसरी ओर धनखड़ को उपराष्ट्रपति की रेस में उतारकर राजस्थान चुनाव पर भी फोकस किया है। धनखड़ ने राजस्थान के किशनगढ़ से राज्य विधानसभा का नेतृत्व का किया है। भैरोसिंह शेखावत के धनखड़ दूसरे माननीय होंगे, जो अगर जीत जाते हैं तो देश के दूसरे उपराष्ट्रपति होंगे, जिनका ताल्लुक राजस्थान से रहा है। उधर, धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद पर उम्मीदवारी के बाद प्रदेश और उनके गृह जनपद में खुशी की लहर है।वहीं, धनखड़ के नाम पर पर तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का रुख भी काफी अहम रहेगा। राज्यपाल रहते ममता से उनके रिश्ते काफी तल्ख रहे हैं। माना जा रहा है कि विपक्ष की ओर से साझा उम्मीदवार उतारा जाएगा। सूत्रों ने कहा, विपक्षी पार्टियों के जल्द फैसला लेने की संभावना है। इन चर्चाओं के बीच यह खबर भी सामने आ रही है कि विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार गैर कांग्रेसी होगा। गौरतलब है कि मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।