पत्रकार उत्पीड़न मामले मे मध्यस्तता करवाने मे लगे बड़े अखबारों के पत्रकार,वायरल हुई पत्रकारों को तीन सौ पचास ग्राम गांजा मे फ़साने का ऑडियो

प्रखर खानपुर गाजीपुर। विगत एक माह से खानपुर पुलिस द्वारा स्थानीय पत्रकार के उत्पीड़न का मामला दिन पर दिन तूल पकड़ता चला जा रहा हैं,जबकि इस सम्बन्ध मे स्थानीय पत्रकारों ने जिले के पूर्व एसपी रामबदन व एडिजी जोन वाराणसी को शिकायत पत्र देकर अवगत करवाया था।आपके बताते चले पिछले माह बीस जुन को खानपुर थाने मे तैनात सिपाही फूलचंद यादव के द्वारा स्थानीय पत्रकार अंकित मिश्रा व माधवेन्द्र सिंह अभद्र व्यवहार करते हुए कहाँ गया की *”फटा पोस्टर निकला हीरो मारेंगे एक थप्पड़ गिर जाओगे”* इस मामले मे स्थानीय पत्रकारों ने गाज़ीपुर जनपद के पूर्व एसपी रामबदन को लिखित शिकायत देकर पत्रकार उत्पीड़न मामले मे अवगत करवाया था।मगर दुर्भाग्य यह रहा की ज़ब तक कोई कार्यवाही होती उनका ट्रांसफर होगा गया। वही बीते 18 जुलाई को खानपुर थाने के सीसीटिएनएस मे तैनात सिपाही प्रिंस कुमार द्वारा पत्रकारों से उनके पत्रकार होने का सर्टिफिकेट मांगे जाने लगा और ज़ब इस सम्बन्ध उनसे पूछा गया की ये पत्रकारो सर्टिफिकेट मांगने का किसका आदेश हैं तो सिपाही ने बताया की ये आदेश बड़े साहब के द्वारा दिया गया हैं।वही इस सम्बन्ध मे ज़ब थानाध्यक्ष खानपुर संजय मिश्रा से बात की गयीं तो उन्होंने बात को बदलते हुए कहाँ की आप लोग थाने मे कही और न जाकर सीधे हमसे मिला कीजिये।

*आखिरकार क्यों चल रहें हैं,पत्रकारों से नाराज थानाध्यक्ष खानपुर*

खानपुर क्षेत्र मे होगा रहें अवैध खनन की खबर को खानपुर के स्थानीय पत्रकार अंकित मिश्रा व माधवेन्द्र सिंह के द्वारा काफ़ी प्रमुखता से प्रकाशित की गयीं। जिसके बाद खनन माफियाओ द्वारा स्थानीय पत्रकार के घर जाकर खबर न लिखने की धमकियां मिलने लगी वही ज़ब स्थानीय पत्रकारों ने इस सम्बन्ध मे खानपुर थानाध्यक्ष को अवगत करवाया और लिखित शिकायत दी तो उनके द्वारा खनन माफियाओ को थाने मे बुलाकर पंचायत करवाई गयीं और पत्रकारों द्वारा दी गयीं लिखित शिकायत को चार बार बदलवाया गया। वहीं उसके बाद स्थानीय संवाददाताओ द्वारा क्षेत्र मे हो रही चोरियो और क्राइम की खबरों को काफ़ी प्रमुखता से प्रकाशित किया गया जिससे खार खाये थानाध्यक्ष खानपुर संजय मिश्रा ने पत्रकारों से बदसूलकी शुरू कर दी। वही मामला इंतना बढ़ गया की पत्रकार न्याय के लिए जिले व वाराणसी कमीशनरेट के चक्कर लगाते हुए मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की मांग करने लगे।वही इस मामले मे खानपुर के एक अन्य संवाददाता माध्यस्तता करवाने और मामले के समझौता मे जुट गये जिसमें पत्रकारों को खबर न लिखने और फर्जी मुकदमे मे फ़साने की साजिस शुरू हो गयीं।

*पत्रकारों को 350 ग्राम गांजा मे फ़साने की रची जा रही साजिश, वायारल हुआ ऑडियो*

खानपुर पुलिस और बिचौलियों द्वारा ज़ब पत्रकारों के मामले को तूल पकड़ता देखा गया तो दोनों पत्रकारों 350 ग्राम गांजे मे फ़साने की साजिश रची जाने लगी।एक दैनिक अख़बार के संवाददाता द्वारा बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया जिसमें जनसंदेश खानपुर के संवाददाता माधवेन्द्र सिंह से बातचीत मे कहाँ गया की बीतीरात मेरे यहां दो विभाग के लोग आये पत्रकार उत्पीड़न मामले मे बातचीत के दौरान कहाँ गया की अगर मामले को रफादफा नहीं किया गया तो स्थानीय पुलिस या अन्य थानो को मदद से दोनों पत्रकारों को 350 ग्राम गांजा तस्करी मे जेल भेज दिया जायेगा। वही दोनों लोगो का बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया जिसमें स्थानीय पत्रकारों मे हड़कंप मच गया।