नशे के कारोबारियों पर बड़ा शिकंजा! एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के साथ गाजीपुर व बाराबंकी में बनेंगे नारकोटिक्स थाने


प्रखर डेस्क। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगाहें नशे के सौदागरों के ऊपर टेढ़ी हो गई हैं. नशे के कारोबार को सामान्य आपराधिक घटना न मानते हुए मुख्यमंत्री ने इसे राष्ट्रीय अपराध बताया और कहा कि समाज को खोखला कर रहे इन अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए. जिसके बाद अब प्रदेश में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन किया गाय है. यह टास्क फोर्स मादक पदार्थों के कारोबार में लिप्त अपराधी और माफियाओं पर कार्रवाई करेगी. इसके लिए जोन और रेंज स्तर पर एंटी नारकोटिक्स पुलिस थाने बनाए जाएंगे. पहले चरण में बाराबंकी और गाजीपुर में एंटी नारकोटिक्स थाना बनेगा. इतना ही नहीं एंटी नारकोटिक्स फोर्स में तैनाती पर पुलिस कर्मियों को विशेष भत्ते भी मिलेंगे. नशा कारोबारियों के के खिलाफ यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा कदम बताया जा रहा है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अवैध शराब व ड्रग्स के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि इसमें संलिप्त माफियाओं और उनके गुर्गों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए. इस अभियान में चिन्हित अपराधियों की सम्पत्तियों को जब्त करते हुए उनके पोस्टर्स सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएं, ताकि राष्ट्र के खिलाफ अपराध कर रहे ऐसे अपराधियों को समाज में सबक सिखाया जा सके.एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए सरकार ने नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में यूपी पुलिस ने सोमवार को हुक्काबार एवं अवैध मादक पदार्थों के तस्करों के विरूद्ध प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ अभियान चलाया, जिसमें 785 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और साढ़े पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत के मादक पदार्थ बरामद किए गए।