आस्था के साथ खिलवाड़! पिता -पुत्र ने 169 की ऑनलाइन मूर्ति सेट मंगाकर खेत से निकाला पुरातत्व विभाग के खुलासा के बाद गिरफ्तार

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ऑनलाइन डिलीवरी ब्वॉय ने खोला राज

पिता- पुत्र बैठकर आ रही भीड़ को देने लगे प्रसाद 2 दिन में आया 35,000 का चढ़ावा

प्रखर एजेंसी। उन्नाव में आस्था के नाम पर खिलवाड़ करने वाले पिता-पुत्रों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है की चढ़ावा चढ़वाने के लिए बाप-बेटों ने देवी-देवताओं की मूर्तियां ऑनलाइन मंगाई और फिर उसे खेत में गाड़ दिया. आस्था के नाम पर खिलवाड़ करने के लिए पिता-पुत्रों ने कुछ लोगों के सामने खेत की खुदाई भी कर डाली और मूर्तियां सामने रख दीं. बता दें की मूर्तियां निकलने की सूचना पर सैकड़ों भक्तों की कतारें लगने लगीं. लोग पूजा करने आए और फल-फूल के साथ ही रुपये पैसे भी चढ़ाने लगे. जनता भी आस्था के नाम पर हजारों रुपये का चढ़ावा चढ़ा गई. वहीं पिता-पुत्रों ने आस्था के नाम पर खिलवाड़ करते हुए चढ़ावा चढ़ाने वालों को प्रसाद भी देना शुरू कर दिया. मूर्ति निकलने की बात सुन पुलिस ने पहले तो विश्वास किया और मामले की सूचना पुरातत्व विभाग को भी दे दी गई लेकिन फिर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी.
आसीवन एसओ अनुराग सिंह ने मामले की जांच की तो मामला परत-दर-परत खुलकर सामने आ गया. खेत से मिली मूर्तियां ऑनलाइन साइट से मंगवाई गईं थी. पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए पिता और दोनों पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक, उन्नाव के महमूदपुर गांव के रहने वाले अशोक और उसके 2 बेटों रवि और विजय गौतम ने आस्था के नाम पर खेल कर दिया. खेल भी ऐसा की जनता, पुलिस और प्रशासन सब विश्वास कर गए.पुलिस ने मंगलवार को ही पुरातत्व विभाग को इसकी सूचना दे दी. पुलिस को मामले में कुछ शंका हुई तो आसीवन एसओ अनुराग सिंह ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी. वहीं पुलिस और प्रशासन की टीमों के जाने के बाद अशोक के बेटे रवि, विजय गौतम ने मूर्तियों को उठाकर वापस खेत में रख दिया. पिता और दोनों बेटे झोले में प्रसाद लेकर बैठ गए. लोग चढ़ावा चढ़ाने पहुंचने लगे तो रवि ने सभी को प्रसाद बांटा. पुलिस ने भी वहां भीड़ देखकर कुछ पुलिसकर्मी वहां तैनात कर दिए। बताया जा रहा है कि 2 दिन में करीब 35 हजार का चढ़ावा आया. वहीं पुलिस ने मामले की तफ्तीश करते हुए खुलासा किया तो एक डिलीवरी मैन ने घटना का खुलासा कर दिया है. उसने वो मूर्तियां एक सोशल साइट से आने का दावा किया है. मूर्तियों को डिलीवरी ब्वॉय ने अशोक के यहां पहुंचाया था. उनके बेटे रवि गौतम ने एक कंपनी से 169 रुपए में मूर्तियों का सेट ऑनलाइन ऑर्डर कर मंगवाया था. 29 अगस्त को मूर्तियां डिलीवरी होने की बात सामने आ रही है. पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आस्था के नाम पर अंधविश्वास फैलाने वालों की पोल खोल दी और आरोपियों को पकड़ लिया.सीओ बांगरमऊ पंकज सिंह ने बताया की यह मामला आसीवन थाना क्षेत्र के महमूदपुर गांव का है, वहां के रहने वाले अशोक और उनके दो लड़के बीते 2 दिनों से लोगों को बहला फुसला रहे थे कि उनके खेत में कोई सपना आया है जिसके माध्यम से उन्होंने खेत में खुदाई की है और खुदाई में मूर्तियां निकली हैं. वहां पर मंदिर स्थापित करना चाह रहे थे और पहले उन्हें समझाया गया बाद में इस मैटर की जांच की गई तो पाया गया कि यह मूर्तियां एक ऑनलाइन साइट से मनाई गई हैं, जिसके प्रमाण भी मिल गए हैं।