कॉलोनी में शराब पीने से रोकने पर भाजपा नेता की पीट-पीटकर हत्या, पुलिस पर लगा लापरवाही का आरोप!

देर रात देर रात 50 से 60 की संख्या में आए हमलावर पिता सहित पुत्र को भी बेरहमी से पीटा

पुलिस पर लगा लापरवाही का आरोप

प्रखर वाराणसी। सिगरा थाना अंतर्गत जय प्रकाश नगर कॉलोनी में पशुपति नाथ सिंह (71) का मकान है। बगल में ही देसी और अंग्रेजी शराब का ठेका है। रात 8 बजे ठेके पर कुछ युवक शराब पीकर आपस में गाली-गलौज करते हुए भाजपा नेता के घर के दरवाजे पर आ गए। इस पर पशुपति नाथ और उनके बेटे राजन सिंह (45) ने मना किया। इसी बीच नशे में धुत दो युवकों से विवाद हो गया। इसके बाद मोहल्ले के कुछ लोग एकत्रित हुए और युवकों की पिटाई कर दी। इसके बाद युवक गाली-गलौज करते हुए भाग निकले। कुछ ही देर में छह बाइक से 15-16 की संख्या में युवक आए लेकिन मोहल्ले में लोगों की संख्या अधिक होने के कारण चले गए। रात साढ़े आठ बजे के बाद 40 से 50 की संख्या में हॉकी, डंडे और रॉड से लैस होकर आए और पिता-पुत्र पर टूट पड़े। पत्थरबाजी और हॉकी-डंडे से बेरहमी से पशुपति नाथ की पिटाई की। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण पशुपति नाथ ने घटनास्थल पर ही दम तोड दिया। वहीं, बेटा राजन सिंह भी अधमरा हो गया। इसके बाद हमलावर भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।सूचना मिलते ही भाजपा कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष विद्या सागर राय, राजेश त्रिवेदी सहित सौ की संख्या में लोग बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश भी घटनास्थल और बीएचयू पहुंच जानकारी ली। पुलिस आयुक्त के अनुसार एक हमलावर को हिरासत में लिया गया। अन्य की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की पांच टीमें दबिश दे रही है। पशुपतिनाथ सिंह 2012 में पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कहा कि शराब पीकर मारपीट से मना करने पर अवांछनीय तत्वों ने भाजपा नेता की हत्या कर दी। सिगरा थाने में परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। हमलावरों को पकड़ने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी। जयप्रकाश नगर कॉलोनी में मनबढ़ युवकों का आतंक पहले से ही है। देसी शराब और बियर ठेका होने के चलते आए दिन युवकों में मारपीट की घटनाएं होती थी। इसकी शिकायत सिगरा थाने और नगर निगम चौकी पुलिस पर कई बार लोगों ने की। लेकिन पुलिस शिकायत को हल्के में लेती रही। कुछ दिन पहले भी इसी कॉलोनी के तिराहे पर युवकों के गुटों में मारपीट हुई थी। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में पहुंचे लोगों के मन में सिगरा पुलिस के प्रति काफी उबाल रहा। भाजपा कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय लोगों ने आरोप लगाया कि घटनास्थल पर सिगरा इंस्पेक्टर 45 मिनट के बाद पहुंचे। वहीं, नगर निगम पुलिस चौकी भी समय से नहीं पहुंची। इसे लेकर लोगों में भारी नाराजगी रही।