विदेशी सदस्यीय सत्रह सैलानियों का जत्था पहुंचा राजदरी, देवदरी जलप्रपात भ्रमण करने


वन विभाग ने किया अभिनंदन वन क्षेत्राधिकारी (चंद्रप्रभा रेंज) श्री वी.के. पाण्डेय ने किया स्वागत

संवाददाता- मिथिलेश ठाकुर

प्रखर चकिया चंदौली। राजदरी,देवदरी विदेशी सत्रह सदस्यीय सैलानियों जलप्रपात का भ्रमण किया।तथा इंडिया में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अपने देश उज्बेकिस्तान में पर्यटन विभाग से बातचीत करने की मंशा जाहिर की। वाराणसी के चार दिवसीय दौरे पर आए उज्बेकिस्तान डेप्यूट चेयरमैन यूनियन ऑफ राइटर गयरात मजीद के साथ चार सदस्यीय टीम ने रविवार को राजदरी-देवदरी जलप्रपात का भ्रमण किया। साथ में भारत के गुड़गांव,नई दिल्ली सहित कई प्रांतों से आए पर्यटन अधिकारियों ने भी वाटरफॉल को देखा और पर्यटन की दृष्टि से बढ़ावा देने के लिए भारत के साथ उज़्बेकिस्तान के सहयोग की बात कही।चार सदस्य टीम ने राजदरी,देवदरी की मनोहरी छटा और कल कल करते झरनों से गिरते पानी से बढते जलप्रपात की शोभा को देखकर विदेशी मेहमान अभिभूत हो गए। वहीं विदेशी पर्यटकों और अधिकारियों के साथ आए उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन अधिकारी नितिन कुमार द्विवेदी ने बताया कि टीम मोटो इनक्रीज टूरिज्म एंड डेवलपमेंट के दृष्टिकोण से राजदरी,देवदरी के अलावा औरवांटांड बांध का भी भ्रमण कर वहां के विकास के लिए विभिन्न संभावनाओं को तलाशा,तथा भारत के संस्कृति को देखा।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यहां का कल्चर उज़्बेकिस्तान से बहुत कुछ मिलता जुलता है।इंडिया का संबंध उज्बेकिस्तान से बराबर अच्छे रहे हैं। संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए इन स्थलों के विकास के लिए वह जाने के बाद न्यूज़ पेपरों में एडिट करेंगे और वहां की सरकार से बातचीत कर उनके समक्ष रखेंगे। बताया कि चार दिवसीय दौरे के दौरान यह टीम चुनार के पुरातात्विक किला को देखा। दौरे के अंतिम दिन सोमवार को टीम वाराणसी में आयोजित इंटरनेशनल ट्रैवल राइटर कांक्लेव में भाग लेने के बाद वापस अपने देश जाएगी।