प्रधानमंत्री की ड्रीम परियोजना हरित ऊर्जा को लेकर यूएएल इंडस्ट्रीज की बड़ी पहल

प्रखर डेस्क। हरित ऊर्जा को लेकर प्रधानमंत्री बेहद ही सजग हैं। लगातार वे हरित उर्जा की पहल को आगे बढ़ा रहे हैं। बतादे कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हरित ऊर्जा बेहद ही कारगर सिद्ध होगी और आने वाले समय में हरित ऊर्जा से देश को और भी मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री की पहल के बाद तमाम संस्थाओं सहित देश की विभिन्न बड़ी और छोटी कंपनियां हरित ऊर्जा को लेकर लगातार अपना प्रयास बढ़ा रही हैं। इसी क्रम में यूएएल इंडस्ट्रीज लिमिटेड भी प्रधानमंत्री के इस ड्रीम परियोजना की पहल को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। बता दें कि यूएएल सीमेंट की चादर बनाने की कंपनी है। जिसकी इकाइयां उत्तर प्रदेश, उड़ीसा व पश्चिम बंगाल में स्थित है। कंपनी के जीएम हरित ऊर्जा को लेकर लगातार नीत नए प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम चाहते हैं कि हमारी इंडस्ट्रीज में हरित ऊर्जा की शत-प्रतिशत भागीदारी हो, जिसके लिए हम आने वाले समय में निरंतर प्रयासरत रहेंगे। बताते चलें कि भारत सरकार ने 2035 तक कार्बन उत्सर्जन को वर्तमान स्तर से 50% तक कम करने का लक्ष्य रखा है। उसी क्रम में यूएएल इंडस्ट्रीज अपने हरित ऊर्जा पहल के अंतर्गत थर्मल ऊर्जा को हरित ऊर्जा में बदलने के लिए अपने सभी कारखानों में 1800 केवीपी के सौर ऊर्जा उत्पादन संयंत्रों में निवेश किया है। वर्तमान में कंपनी अपनी ऊर्जा आवश्यकता का 10% हिस्सा सौर ऊर्जा से लेकर खपत कर रही है। साथ ही अपने कारखानों में सौर ऊर्जा प्रणाली की स्थापना के बाद से यूएएल ने पिछले 3 वर्षों में करीब 4699477 यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया है। जिसकी वजह से 22 एमटी कोयला जलने से बच गया। इससे पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य प्रकार की कई गैसो के उत्सर्जन को कम करने में कम्पनी ने अपना अमूल्य योगदान दिया। इसके अलावा यूएएल कंपनी 2022 – 23 में अपने सभी कारखानों में सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता को 1000 केवीपी तक बढ़ाने की योजना बनाई है। जिससे भविष्य में कार्बन उत्सर्जन में और भी कमी आ सकेगी। कंपनी के कार्यकारी निदेशक के.एन.पी. सिन्हा का कहना है कि हम प्रधानमंत्री के ड्रीम परियोजना हरित ऊर्जा की पहल को पिछले 3 वर्षों से आगे बढ़ा रहे हैं और आगे भी पीएम की इस पहल को बढ़ाते रहेंगे।