मेरे पापा निर्दोष हैं, प्लीज छोड़ दीजिए, 6 साल की बच्ची की बात सुन भावुक हुए कोतवाल हत्या के आरोपी पिता को छोड़ा

प्रखर कानपुर/एजेंसी। मेरे पापा निर्दोष हैं, प्लीज छोड़ दीजिए. छह साल की बच्ची की गुहार सुनकर थाना प्रभारी भी भावुक हो गए. फिर क्या था…हत्या के आरोप में पकड़े गए इस बच्ची के पिता को छोड़ दिया. हालांकि, अब जांच की जा रही है. जानकारी के अनुसार, कानपुर के महाराजपुर थाने का यह मामला है. एक ऐसी तस्वीर शनिवार को सामने आई, जहां थाना प्रभारी भी आंखें नम हो गई. पुलिस ने 6 साल की बच्ची को गोद में उठाकर उसकी मासूमियत और पिता से दूर होने की बात व्याकुलता को समझकर बच्ची के पिता को 72 घंटे बाद हिरासत में रखने के बाद घर जाने की इजाजत दे दी. इस दौरान थाने में मौजूद सभी लोग भावुक नजर आए. ऐसा लग रहा ता कि किसी ने फिल्म का दृश्य चल रहा है. दरअसल, महाराजपुर थाने ने अनुज पाल नाम के व्यक्ति की हत्या के मामले में आरोपी के भाई को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुधवार को हिरासत में लिया था. लखन पाल आरोपी मोहित के बड़े भाई हैं और उन्हें भी हत्या के बाद थाने लाया गया था. बुधवार से लगातार पुलिस आरोपी के भाई से पूछताछ कर रही थी, लेकिन शनिवार के दिन 6 साल की लखन की बेटी गुड़िया परिजनों के साथ थाने पहुंची. उसने थाना प्रभारी सतीश राठौर की कुर्सी के पास पहुंचकर हाथ जोड़कर मासूमियत भरे चेहरे से बोली, सर मेरे पापा निर्दोष हैं. प्लीज छोड़ दीजिए. मामा को चाचा ने मारा है, पापा ने कुछ नहीं किया. बच्ची की बातें सुनकर कोतवाल इतना भावुक हो गए कि उन्होंने अपना चश्मा निकाल टेबल पर रखा और उनके आंखें नम हो गई. फिर थाना प्रभारी कुर्सी से खड़े हुए और उसे गोद में उठा लिया. उसके बाद उन्होंने बच्ची के लिए फल मंगाया और कुछ ही देर में उन्होंने हिरासत में लिए गए लखन पाल को इस शर्त पर छोड़ दिया की जब जरूरत होगी तो थाने आना होगा. आरोपी मोहित की गिरफ्तारी में सहयोग करना होगा. 6 साल की मासूम पापा की उंगली पकड़ कर जब थाने से जाने लगी तो उसने थाना प्रभारी को थैंक्यू कहकर सभी का दिल जीत लिया।