माता बनी कुमाता पति ने घर आने से किया मना तो तीन बच्चों को पिलाया जहर, तीनो की मौत

प्रखर एजेन्सी। शामली जिले के कैराना कोतवाली क्षेत्र में एक महिला ने खौफनाक कदम उठाया है. महिला ने पति से कहासुनी के बाद अपने एक मासूम बेटे व दो बेटियों को पानी में घोलकर जहर पिला दिया. इसमें बेटे की घर पर ही मौत हो गई, जबकि दोनोंं बेटियों ने मेरठ में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है.दरअसल, यह मामला जिले के कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव पंजीठ का है. यहां का रहने वाला मुरसलीन दिल्ली में फर्नीचर की दुकान पर कारीगर के रूप में काम करता था. घर पर पत्नी और चार बच्चे थे. आरोप है कि पत्नी सलमा ने बुधवार को बेटा साद (8), बेटी मिस्बाह (4) और मंतशा (2) को पानी में घोलकर जहरीला पदार्थ दे दिया. जबकि बेटी जैनब (9) गांव में ही मदरसे में पढ़ने के लिए गई थी. बुधवार सुबह करीब दस बजे परिजनों ने तीनों बच्चों को घर में अचेत अवस्था में पड़ा देखा. इसकी सूचना पत्नी और परिजनों ने मुरसलीन को दी. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस द्वारा तीनों बच्चों को सीएचसी कैराना में ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने साद को मृत घोषित कर दिया. जबकि दोनों बच्चियों को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. इसके बाद मेरठ ले जाने के दौरान रास्ते में ही मिस्बाह की मौत हो गई. मंतशा ने भी शाम करीब छह बजे मेरठ मेडिकल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. उधर, दिल्ली से मुरसलीन भी घर पहुंच गया और पत्नी पर बच्चों को जहर देकर हत्या करने के आरोप में पुलिस को तहरीर दी. पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इसके अलावा बच्चों की आरोपी मां को हिरासत में लिया गया है. कैराना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार त्यागी का कहना है कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है. मामले में बच्चों के पिता की तहरीर पर आरोपी सलमा के विरूद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. आरोपी को हिरासत में लिया गया है. मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है. बेरहम मां सलमा द्वारा जहर दिए जाने के बाद साद, मिस्बाह और मंतशा की मौत हो गई है. इस खौफनाक कदम को उठाने वाली सलमा को अपनी करनी पर थोड़ा भी पछतावा नहीं हैं. कैराना कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपी को हिरासत में लिया गया है. इस दौरान सलमा के मुंह पर पछतावा तो नहीं दिखा, लेकिन मानो वह अंदर से खासी बेचैन नजर आई. वह बार-बार पुलिस कमरे से बाहर निकलना चाहती थी, लेकिन पुलिस ने उसे कहीं भी जाने नहीं दिया. पूछताछ करने पर सलमा ने पहले तो सफाई दी और घड़ियाली आंसूं बहाते हुए कहा कि जहर नहीं दिया है. बच्चों को उल्टी लग रही थी, जिस पर डॉक्टर से दवाई मंगाकर दी थी. हालांकि, पुलिस की कड़ाई से पूछताछ करने पर सलमा ने सारा राज उगल दिया. उसने बताया कि करीब डेढ़ माह से पति घर नहीं आ रहा था. उसकी एक दिन पहले ही पति के साथ फोन पर बातचीत हुई थी.बातचीत के दौरान उसने पति को घर आने और खर्च देने की बात कही थी, जिस पर पति ने घर आने से इनकार कर दिया था. सलमा ने बताया कि पति को उसने बच्चों को जहर देने की धमकी भी दी थी. जब पति का फोन कट गया और घर नहीं आने को कह दिया, तो फिर उसने बच्चों को जहरीला पदार्थ देने की योजना बनाई. इसके बाद गांव में फेरी वाली से उसने चूंहे मारने वाली दवाई खरीदी और पानी में घोलकर बच्चों को पिला दी. दूसरी ओर, बताया जा रहा है कि सलमा ने अपने पति से विवाद के चलते करीब चार वर्ष पूर्व भी स्वयं घर में आग लगा दी थी, जिसमें घरेलू सामान जलकर राख हो गया था. गनीमत रही कि दो बच्चों की बच गई जानः वर्ष 2011 में मुरसलीन की शादी मुजफ्फरनगर जिले के गांव सरवट निवासी सलमा के साथ हुई थी. सलमा ने करीब डेढ वर्ष पूर्व दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था, जिनमें एक लड़की मंतशा व एक लड़के का नाम मूसा है. जुड़वा बच्चों की देखभाल ठीक ढंग से हो जाए, इसके लिए एक बच्चे मूसा को ननिहाल में पालन—पोषण के लिए भेजा है. वर्तमान में वह नलिहाल में है. जबकि जैनब पढ़ाई के लिए गई हुई थी. इसीलिए, उन दोनों की भी जान बच गई.जग व उल्टी से सने कपड़े बरामदः वारदात की सूचना के बाद पुलिस टीम ने मौके पर जानकारी जुटाई. इस दौरान पुलिस ने मौके पर एक पानी भरा स्टील का जग और वहां बच्चों की उल्टी से सने कपड़े भी अपने कब्जे में ले लिए. बताया जा रहा है कि जग में पानी के ऊपर सफेद पाउडर सरीखा तैर रहा था. जबकि कपड़ों से उल्टी साफ की गई थी. इस वारदात के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. फिलहाल, पुलिस विधिक कार्रवाई में जुट गई है.