पीयू से उखाड़ दिए गए पूर्व डिप्टी सीएम समेत चार उद्दघाटन शिलापट

शिकायत पर स्पष्टीकरण पत्र आते ही मचा हड़कंप

रातों-रात मिटा दिए गए उद्घाघाटन के सबूत

प्रखर जौनपुर ।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत चार भवन के उद्घाघाटन के शिलापट रातों-रात उखाड़ दिए गए। शासन व राजभवन से शिकायत की जानकारी होते ही रातों-रात सबूत मिटा दिए गए। जिसे लेकर विश्वविद्यालय में बना चर्चा का विषय बना हुआ है।

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में 4 माह पूर्व रज्जू भैया संस्थान का उद्घघाटन कराए जाने का मामला सुर्खियों में रहा। जिसका पहला उद्घघाटन 14 मई 2020 को तत्कालीन डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा द्वारा कराया गया था ।उसके बाद उसी भवन का उद्घघाटन 21 अक्टूबर 2022 को डिप्टी सीएम केशव मौर्या द्वारा कराया गया। यह मामला उस समय सुर्खियों में रहा और अखबारों के पेज पर भी छाया रहा। हालांकि किसी तरह मामला ठंडा पड़ा। इसी बीच अधिकार सेना के संयोजक अमिताभ ठाकुर ने राज भवन मुख्यमंत्री व शासन से शिकायत की गई , कि एक भवन का दो बार उद्घघाटन विश्वविद्यालय में कराया गया है ।जिससे धन का दुरुपयोग हुआ है और इस धन खर्च को कुलपति सै निजी तौर पर जमा कराया जाए। इस मामले की शिकायत किए जाने की जानकारी होते ही विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों के हाथ पांव फूल गए,सूत्रो की माने तो शासन से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांग लिया गया । जिसके बाद सबूत मिटाने के लिए रातों-रात रज्जू भैया संस्थान में लगा पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का उद्घघाटन शिलापट् व मूल्यांकन भवन में लगा दन्तोपंत ढेगङी संस्थान मूल्यांकन भवन मे लगा उद्घघाटन शिलापट, इंजिनियरिंग संस्थान में लगा अशोक सिंघल परंपरागत संस्थान , दूसरे मूल्यांकन भवन में लगा बाला साहब देवरस का शिलापट रातों-रात गायब कर दिया गया , इस मामले पर किसी से पूछे जाने पर सब चुप्पी साध ले रहे हैं । इस समय पूर्व सीएम का उद्घघाटन पत्थर उखाड़ कर गायब कर देना विश्वविद्यालय में चर्चा का विषय बन चुका है। जिसे लेकर तरह-तरह की बातें उड़ाई जा रही हैं ,हालांकि इस मामले की शिकायत लोगो ने गोपनीय तौर पर शासन व पर राजभवन से भी कर दिया है। इसके अलावा आरोप लगाया गया है कि प्रबंध संकाय का एक प्रोफेसर अपना नाम सिलापट में लगवाने के लिए कुलपति को गुमराह कर दोबारा उद्घघाटन कराया और सबूत मिटाने के लिए सिलापट उखाङ कर फेका गय है ।