विश्वनाथ धाम परिसर में फूलों की पंखुड़ियों पत्तों से खेली गई होली

प्रखर वाराणसी। भगवान शंकर की नगरी काशी इन दिनों होली के रंगों से सराबोर है। फागुन मास की शुरुआत के साथियों रंगों का त्योहार अलग-अलग तरीके और पद्धति से मनाया जाने की एक सनातनी परंपरा है। आठ मार्च बुधवार को विश्वनाथ धाम परिसर काशी में रंगोत्स होली के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रचारक रमेश जी,उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रवीन्द्र जायसवाल,बाबा विश्वनाथ मन्दिर न्यास के अध्यक्ष प्रो ज्योतिषाचार्य नागेन्द्र पांडेय,प्रबंध न्यासी वेंकट रमन धनपाठी जी काशी विश्वनाथ मन्दिर के सीइओ सुनील वर्मा सहित काशी के सैकड़ों की संख्या में गणमान्य बन्धुओं /बहनों ने गुलाब के फूलों/पंखड़ियों से होली खेली,एक दूसरे को शुभकामना देते हुए काशीवासियों को होली के शुभ अवसर पर बधाई दिया साथ ही होली प्रेम सौहार्द पूर्वक मनाने की भी अपील किया गया।
फूलों की पंखुड़ियों के साथ होली मनाने की अद्भुत परंपराएं काशी में पाई जाती है यहां फूलों से बने गुलाब का प्रयोग करते हैं।
गौरतलब है कि काशी विश्वनाथ कारीडोर बनने के बाद विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है । साथ ही काशी के परंपरागत तीज त्योहारों के दिन भी विश्वनाथ धाम परिसर काशी में बड़ी संख्या लोक संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं।