रिकॉर्डेड बयान में जिक्र, मेरे पास हथियारों की कोई कमी नहीं मेरा सीधा संबंध लश्कर-ए-तैयबा व आईएसआई से- अतीक अहमद


प्रखर प्रयागराज। उमेश पाल मर्डर केस में प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट ने माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 17 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अतीक अहमद के खिलाफ बीते 43 सालों में 100 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। इस बीच पुलिस की वह चार्जशीट भी सामने आई, जिसके आधार पर रिमांड मांगी गई थी। माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद ने रिकॉर्डेड बयान में जिक्र किया है कि उसके पाकिस्तान से सीधे संबंध हैं। वह पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखता है। अतीक ने कहा, ‘मेरे पास हथियारों की कोई कमी नहीं है। क्योंकि मेरे पाकिस्तान के आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से सीधे संबंध हैं। पाकिस्तान से हथियार ड्रोन की मदद से पंजाब की सीमा में गिराए जाते हैं और स्थानीय गुर्गे उन्हें इकट्ठा करते हैं। अगर आप मुझे अपने साथ ले जाते हैं, तो मैं उस पैसे और घटना में इस्तेमाल किए गए हथियार और गोला-बारूद को बरामद करने में आपकी मदद कर सकता हूं।’
अतीक की प्रयागराज में पेशी, बेटे का झांसी में हुआ एनकाउंटर
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद के फरार बेटे असद को एसटीएफ की टीम ने झांसी में एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया है। असद के साथ शूटर गुलाम भी मारा गया है। दोनों के खिलाफ शासन ने 5-5 लाख रुपये का इनाम जारी किया था। बताया गया है कि अतीक के बेटे असद के खिलाफ पहले मुकदमा उमेश पाल की हत्या का था, इसके बाद दो और मुकदमे दर्ज हुए थे।एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़
अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम पुत्र मकसूदन, दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपीएसटीएफ की टीम ने मुठेभेड़ के दौरान दोनों को मार गिराया है। यूपी एसटीएफ की ओर से कहा गया है कि दोनों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार भी बरामद हुए हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अतीक अहमद के बेटे असद की कथित तौर पर मदद करने और उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तीनों लोगों की पहचान जावेद, खालिद और जीशान के रूप में हुई है। जांच के दौरान, खालिद और जीशान ने खुलासा किया कि उन्होंने असद और गुलाम को भी शरण दी थी, जो कुख्यात उमेश पाल हत्याकांड के वांछित आरोपी थे।