उत्तर प्रदेश के सभी नगर निगमों में अब सिर्फ बीजेपी सरकार


प्रखर डेस्क। यूपी निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी धुआंधार प्रदर्शन किया. मेयर पद के चुनाव में भाजपा हर जगह जीत दर्ज की है. यूपी निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का दबदबा स्पष्ट रूप से कायम रहा है। शहर की सरकार में भगवा लहराने के बाद योगी आदित्यनाथ ने सभी को बधाई दी है और ट्वीट कर कहा कि ट्रिपल इंजन की सरकार से और बेहतर विकास होगा। यूपी में 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका और 544 नगर पंचायत की सीटें हैं. पहले चरण में 9 मंडलों के 37 जिलों में 10 नगर निगम, 820 पार्षद, 103 नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, 2740 नगर पालिका परिषद सदस्य, 275 नगर पंचायत अध्यक्ष और 3745 नगर पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव हुए हैं. वहीं दूसरे चरण में 9 मंडल के 38 जिलों की 7 नगर निगम, 95 नगर पालिका, 267 नगर पंचायत पद और पार्षद सीटों पर चुनाव हुए हैं. 17 नगर निगमों पर मेयर पद के नतीजों ने सबको चौंका कर रख दिया है. यूपी नगर निकाय चुनाव के पहले चरण के दौरान 37 जिलों में 52 फीसदी तो वहीं दूसरे फेज में 38 जिलों में 53 फीसदी वोटिंग हुई थी. पहले चरण का मतदान चार मई को 10 नगर निगमों सहित 37 जिलों में नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों के विभिन्न पदों के लिए मतदान हुआ था। वहीं दूसरे चरण का मतदान 11 मई को 38 जिलों में सात नगर निगमों, 590 नगर निगम वार्ड, 95 नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष, 2551 सभासद और नगर पंचायत अध्यक्षों के 268 पदों और 3495 सदस्यों के लिए 11 मई को मतदान हुआ था. बता दें कि इस बार कुल 17 नगर निगमों में से लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद को सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया था. वहीं शाहजहांपुर और फिरोजाबाद में ओबीसी महिला के लिए सीट आरक्षित थी. जबकि आदरा को एससी वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया. प्रदेश के 75 जिलों के 760 निकायों पर दो चरणों में चुनाव हुआ था. साल 2017 के नगर निकाय चुनाव में कुल 16 नगर निगम थे. इनमें लखनऊ, वाराणसी, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, गोरखपुर, प्रयागराज, गाजियाबाद, शाहजहांपुर, बरेली, कानपुर और अयोध्या की मेयर सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की थी. जबकि अलीगढ़ और मेरठ में बसपा के मेयर ने जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार बीजेपी की आधी ने सब को उखाड़ कर रख दिया। भारतीय जनता पार्टी ने 17 नगर निगम जीतकर अपना वर्चस्व शहर की सरकार में कायम कर दिया है। चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि ट्रिपल इंजन की सरकार से ही शहर का विकास हो सकता है, जिसके बाद पूरे के पूरे नगर निगम बीजेपी ने अपने नाम कर लिया।