मजहब की दीवार तोड़ते हुए रूबिया रजनी बन रचाई प्रेमी प्रदीप संग शादी

मंदिर में विहिप ने करवाई शादी

प्रखर एजेंसी। मजहब की दीवार तोड़ मुस्लिम युवती ने हिंदू लड़के से रचाई शादी, रूबिया से बनी रजनी। कहते है मोहब्बत का कोई मजहब नहीं होता, प्यार के खातिर लोग मजहब की दीवारें तोड़ अपने साथी को पाने की हर कोशिश करते हैं. ऐसा ही एक मामला यूपी के सीतापुर में देखने को मिला है. यहां एक मुस्लिम लड़की रूबिया ने अपने हिंदू प्रेमी के साथ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लिए. इसके बाद रूबिया ने अपना नाम बदल कर रजनी रख लिया. दोनों प्रेमी युगल पिछले 2 साल से एक दूसरे से प्रेम करते आ रहे थे. इस विवाह के विश्व हिंदू परिषद के सदस्य साक्षी बने और दोनों लोगों को सुखी दांपत्य जीवन बिताने का आशीर्वाद दिया. यह पूरा मामला रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र का है. रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के बिसेसर की रहने वाली मुस्लिम समुदाय की युवती रूबिया का करीब दो सालों से थानगांव थाना क्षेत्र के मेउडी सेवलिया के रहने वाले हिंदू युवक प्रदीप यादव से प्रेम प्रसंग चला आ रहा था. रूबिया के प्रेम में उसके परिवार वाले लगातार बांधा बनते चले आ रहे थे, लेकिन रुबिया प्रेमी प्रदीप से विवाह करने की बात पर कायम थी. इस बात की जानकारी जब विश्व हिंदू परिषद के लोगों को हुई तो वे लोग रुबिया के गांव पहुंच गए और वहीं पर जाकर एक मंदिर में रूबिया और प्रदीप का विवाह कराया.
विवाह में विहिप के धर्माचार्य प्रमुख आचार्य दीपक मिश्रा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच दोनों की शादी कराई और दोनों को सुखी दांपत्य जीवन बिताने का आशीर्वाद दिया. विवाह के दौरान प्रदीप ने रूबिया उर्फ रजनी की मांग में सिंदूर भरा. दोनों ने मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेते हुए एक दूसरे को जयमाला पहनाया. इस शादी समारोह में रूबिया से बनी रजनी के घरवाले शरीक नहीं हुए. रूबिया के घरवालों ने अपनी बेटी का त्याग कर दिया और नाता तोड़ दिया. विश्व हिंदू परिषद के विभाग अध्यक्ष अवध प्रांत विपुल प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों प्रेमी युगल एक दूसरे से प्यार करते हैं. दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की के घरवाले उसकी शादी जबरन दूसरी जगह करा रहे थे. सूचना मिलने पर पुलिस के सहयोग से दोनों की शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ कराई गई है. लड़की के घरवाले इस शादी में शामिल नहीं हुए।