10 वर्षीय लड़के ने 4 साल के बच्चे की ईट से कुंचकर कर दी हत्या

प्रखर एजेन्सी। रामपुर स्थित ज्वालानगर में प्रेम पटवारी इलाके में एक बालक ने चार वर्षीय बच्चे की ईंट से कुचलकर हत्या कर दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बालक को अपने साथ गाड़ी में बैठा लिया। इस दौरान काफी देर तक पुलिस को वह गुमराह करता रहा, लेकिन पुलिस उसको सिविल लाइन थाने ले गई। जिसके बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि कई दिनों से वह उसके साथ गाली-गलौज कर रहा था, जिसके चलते उसने उसको ईट से मार दिया। मूल रूप से मुरादाबाद सिसऊआ निवासी योगेंद्र यादव रामपुर में मोबाइल टावर में टेक्नीशियन का काम करते हैं। अपने गांव से वह इकलौते बच्चे की पढ़ाई के लिए प्रेम पटवारी की गली में आकर रहने लगे। उन्हें यहां रहते हुए करीब दो महीने हो गए हैं। बताया जा रहा है कि पिता का आज जन्मदिन था, जिसके लिए युग दुकान से चॉकलेट लेने के लिए गया था, लेकिन उसके बाद उसको उसके मोहल्ले का ही 10 वर्षीय बालक मिल गया, जिसके साथ वह खेलने के लिए चला गया। अक्सर इन दोनों में बातचीत हुआ करती थी और दोनों में गाली-गलौज भी होता था। लेकिन शनिवार को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे के आसपास यह लोग सांई विहार मोहल्ले में खाली प्लाट पर खेलने के लिए साईकिल से निकल गए। इस दौरान किसी बात को लेकर दोनो में कहासुनी हो गई। जिसके बाद मारपीट होने लगी और इस दौरान बालक ने चार वर्षीय युग पर ईंट से कई वार करके उसको लहुलुहान कर दिया।
इसके बाद जब युग नहीं उठा तो वह घबरा गया और घर की तरफ भागने लगा। इस बीच उसको शहजादनगर थाने से अपने घर को जा रही कांस्टेबल आती दिखीं। जिस पर उसने घटना की जानकारी कांस्टेबल को देते हुए बताया कि एक बच्चा मैदान में पड़ा हुआ है उसके खून निकल रहा है। कांस्टेबल को मामला संदिग्ध लगा तो उन्होंने बालक से पूछताछ के साथ ही सिविल लाइन थाने के इंस्पेक्टर शरद पंवार को फोन लगा दिया और मामले की जानकारी दी।
इसके बाद तुरंत पुलिस वहां पर पहुंच गई। जिसके बाद इंस्पेक्टर ने मौके पर जाकर देखा तो युग अर्धनग्न अवस्था में खून से सना पड़ा था। जिसके बाद इंस्पेक्टर ने उस बालक को रोक लिया और आला अधिकारियों को भी इसकी सूचना दे दी। जिसके बाद पांच मिनट के भीतर एएसपी संसार सिंह, सीओ अरुण कुमार समेत पुलिस बल पहुंच गया और बालक से पूछताछ की। जिसके बाद भी बालक इधर-उधर की बातें करने लगा। जिस पर सिविल लाइन पुलिस उसको थाने ले आई और शुरू से उससे पूरी बात पूछी। जिसके बाद उसने कबूल किया कि युग के गाली देने पर उसने उसको ईंट से कुचलकर मार दिया। पुलिस अब बालक को बच्चा जेल भेजने की तैयारी कर रही है। घटना स्थल पर शव के कुछ दूरी पर ही एक 10 रुपये का नोट भी पड़ा हुआ था। जबकि युग की टी-शर्ट उतरी हुई थी और उसके सिर से खून बह रहा था। पुलिस हालांकि गाली-गलौज करने को मारने की वजह बता रही है, लेकिन 10 रुपये का नोट भी वहां पर पड़ा हुआ था। ऐसा भी हो सकता है कि गाली-गलौज 10 रुपये के नोट को लेकर हुई हो। पिता योगेंद्र के जन्मदिन पर उनसे पैसे लेकर युग उनके लिए चॉकलेट लेने के लिए गया था। पास की दुकान से चॉकलेट लेने गया युग दो घंटे तक नहीं लौटा। जिसके बाद परिजनों को भी चिंता होने लगी थी, लेकिन उनको लगा कि अभी आ जाएगा। जुलाई का सेशन खुलने पर बेटे युग का दाखिला फर्स्ट इंप्रेशन स्कूल ज्वालानगर में कराया था। जिसको लेकर परिवार वाले काफी उत्साहित थे। दिमाग तेज था तो सीधे यूकेजी में दाखिला करवाया था।