एलपीजी टैंकर से टेंपो की टक्कर 12 की मौत टैंकर पलटा गैस लीकेज की संभावनाओं को देखकर हाईवे बंद कर दर्जनों घरों को खाली कराया गया

प्रखर डेस्क। लखनऊ- वाराणसी राजमार्ग पर रायबरेली से वाराणसी की ओर जा रहा एलपीजी का टैंकर सामने से आ रहे सवारियों से भरे टेंपो को रौंदते हुए पलट गया। इससे टेंपो चालक समेत 12 लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए। जिनकी हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने प्रयागराज रेफर कर दिया। जिले में सोमवार को करीब सवा तीन बजे भीषण हादसा हो गया। अमेठी में गैस खाली करने के बाद गैस टैंकर लेकर चालक वाराणसी की ओर जा रहा था। लीलापुर थाना क्षेत्र के मोहनगंज विक्रमपुर मोड़ के करीब टैंकर चालक सामने एक बाइक सवार व टेंपो को देख अचानक ब्रेक लगा दिया। जिससे अनियंत्रित गैस टैंकर टेंपो को रौंदते हुए विपरीत दिशा में पलट गया। यह देख आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और टेंपो में फंसे घायलों को बाहर निकाले। टेंपो में कुल 16 लोग सवार थे। सभी को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। इस दौरान अन्य घायलों को लोग लेकर प्रयागराज जा रहे थे। कुछ दूरी पर ही छह अन्य लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद शव लेकर स्वास्थ्यकर्मी लौट आए। गंभीर रूप से घायल सात लोगों को प्रयागराज एसआरएन ले जाया गया। जिन्हे पुलिसकर्मी लेकर रवाना हुए। घटनास्थल पर जिलाधिकारी प्रकाशचंद्र श्रीवास्तव व ट्रेनी आईपीएस अमृत जैन मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी लेने के बाद घायलों की हरसंभव मदद का निर्देश दिया।टैंपो को टक्कर मारने के बाद टैंकर के चालक ने अपना संतुलन खो दिया। जिसके कारण टैंकर भी सड़क के किनारे पलट गया। भारत पेट्रोलियम के टैंकर से लीकेज शुरू हो गई। इससे अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सड़क को खाली कार दिया। हादसे में मारे गए मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। वह कहां से आ रहे थे और कहां से जा रहे थे इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस उनकी शिनाख्त में जुटी हुई है। घायलों की हालत भी नाजुक होने के कारण भी पुलिस को मृतकों के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है। घटना के बाद मौके पर हाहाकार मचा रहा। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। मृतकों की शिनाख्त करने में पुलिस जुट गई है। घटना को जिसने भी सुना वह स्तब्ध रह गया। हादसे में कई बच्चों के भी मारे जाने की सूचना है। लीलापुर थाना क्षेत्र के मोहनगंज विक्रमपुर मोड़ के करीब गैस टैंकर व टेंपो में हुई टक्कर के बाद घायल व मृतकों को मेडिकल कॉलेज तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची। टेंपो, पिकअप व अन्य वाहनों से घायलों को किसी तरह से मेडिकल कॉलेज तक लाया गया। यहां जानकारी के बाद भी खाली हाथ स्वास्थ्य विभाग की टीम नजर आई। भारी अव्यवस्था पर स्वास्थ्यकर्मी सहित एक दर्जन सुरक्षागार्ड खाली हाथ नजर आए। पुलिस की फटकार के बाद किसी तरह से मरीजों को स्ट्रेचर मिला।लीलापुर थाना क्षेत्र के विक्रमपुर गांव के पास सोमवार दोपहर लखनऊ- वाराणसी राजमार्ग पर बाइक सवार को बचाने गैस टैंकर अनियंत्रित होकर सवारियों से भरी टेंपो पर पलट गया। हादसे के बाद गांव के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस की मदद कर बचाव कार्य शुरु किया। मृतकों के साथ ही घायलों को पिकअप, टेंपो सहित अन्य वाहनों से मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जबकि चार एंबुलेंस से अन्य घायल व मृतकों को लेकर मेडिकल काॅलेज में पुलिस पहुंची। राजा प्रताप बहादुर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के बाहर घायलों को लेकर एंबुलेंस व अन्य वाहनों के चालक तत्काल उपचार के लिए परेशान थे। इधर अव्यवस्था होने की बात छिपाकर सुरक्षागार्ड व स्वास्थ्यकर्मी स्ट्रेचर तक नहीं दे सके। जिसे लेकर वहां मौजूद लोगों ने हंगामा करते हुए जिम्मेदारों को खरीखोटी सुनाई। मौके पर पहुंचे एएसपी पूर्वी विद्यासागर मिश्रा ने फटकार लगाई तो सिपाहियों के तेवर सख्त देख पांच स्ट्रेचर मंगाया गया।सड़क हादसे के बाद आनन- फानन में घायलों व मृतकों को लेकर एंबुलेंस सायरन बजाते हुए मेडिकल कॉलेज परिसर में दाखिल हो रही थी। हालांकि वातानुकूलित सेवा के कक्ष में बैठे सीएमएस डॉ सुरेश सिंह शायद बेहतर स्वास्थ्य सेवा की योजना तैयार कर रहे थे। परिसर में भारी पुलिसबल व जिम्मेदार अधिकारियों के आने की जानकारी पर वाहावाही लेने का प्रयास कर सीएमएस किसी तरह से लगभग एक घंटे के बाद इमरजेंसी की ओर आए। एंबुलेंस व अन्य वाहनों में पड़े चार मृतकों के शव सीएमएस को नहीं दिख रहे थे। वह मदद कर रहे सपा के कार्यकर्ताओं को फटकार लगाने लगे। सिपाही व दरोगा के साथ ही सपा कार्यकर्ताओं ने भी सीएमएस को खरीखोटी सुनाई तो वह वार्ड में प्रवेश कर गए।