अयोध्या काण्ड की पावन मांगलिक चौपाइयों पर झूम उठे श्रोतागण

कथा में भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्री डा महेंद्र नाथ पांडेय मिर्जापुर के एम एल सी विनीत सिंह मड़िहान के विधायक और पूर्व मंत्री रमाशंकर पटेल पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह रही उपस्थित

प्रखर जौनपुर। बी आर पी मैदान पर चल रहे श्रीराम कथा के पांचवे दिन शांतनु महाराज ने अयोध्या कांड की पावन मांगलिक प्रारंभिक चौपाइयों के गायन के साथ प्रारंभ किया। आज महाराज ने भरी सभा में शीशा देखा ।महाराज श्री ने शीशा देखने के तात्पर्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि सही व्यक्ति का गुरु भी है दुश्मन भी है इसलिए शीशा जरूर देखना चाहिए । स्वयं के देखने से गुरु का काम करता है यदि दूसरा दिखाएं तो दुश्मन का काम करता है। शीशा देखने का अर्थ आत्मावलोकन आत्मचिंतन आत्म दर्शन आत्म संवाद से है। जब महाराज को सफेद बाल कान के दिखाई पड़े तो उन्होंने राज्य राम को सौंपने का मन बनाया। ऐसे ही संकेत मिलता है कि चौथा पन आ जाए तो मनुष्य को धीरे-धीरे जिम्मेदारियों से हटकर भजन में मन लगाना चाहिए।राज्याभिषेक की तैयारियां हो रही थी।सरस्वती जी ने मंथरा की बुद्धि बिगाड़ी और मंथरा ने पूरा को सत्यानाश कर दिया। महाराज जी ने मंथरा के बारे में बताते हुए कहा कि मंथरा कुसंग है । कुसंग का ज्वर बहुत भयानक होता है। कुसंग को कभी छोटा नहीं समझना चाहिए। वरदान के प्रसंग को सुनाते हुए महाराज श्री ने कहा मां के के भगवान के वनवास का वरदान मांगा इस बात को महाराज दशरथ बर्दाश्त नहीं कर पाए। विनती भी की लेकिन कैकेई एक बात भी नहीं सुनी। इसी कारण से कुसंग से बचना ही चाहिए भगवान को वनवास की सूचना प्राप्त हुई । मां कौशल्या से आशीर्वाद लेकर प्रभु बन को चले।इस देश की माताओं की छाती में वह शक्ति है और क्षमता है वह पराक्रम है सहनशीलता है जो इस देश की धर्म संस्कृति परंपराओं को जीवित रखी है। कौशल्या ने कहा मां और पिता यदि दोनों की आज्ञा है तो तुझे जाना चाहिए।यह परिवार की एकता का प्रतीक है। लक्ष्मण भगवान और जानकी तीनों वन के लिए चले। यह है रघुवंश का भ्रातृ प्रेम जिस कारण से आज भी हम सब ऐसे भाइयों को याद करके आनंदित होते हैं।मुख्य प्रायोजक ज्ञानप्रकाश सिंह ने सभी के प्रति आभार जताया। आज कथा में भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्री डा महेंद्र नाथ पांडेय मिर्जापुर के एम एल सी विनीत सिंह मड़िहान के विधायक और पूर्व मंत्री रमाशंकर पटेल पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह बदलापुर के विधायक रमेशचंद मिश्र संदीप सिंह रामसकल मौर्य अविनाश पाथर्डिकर अवधेश पांडेय सहित दर्जनों विशिष्ठजन उपस्थित रहे।