प्रखर एंजेंसी। आमिर खान की बेटी आयरा खान ने नुपुर शिखरे ने 3 जनवरी को कोर्ट मैरिज कर ली थी। इसके बाद उदयपुर में शादी के कार्यक्रम हुए। कोर्ट मैरिज के दौरान नुपुर का लुक वायरल हो गया था। वह बनियान और हाफ पैंट पहने नजर आए थे। जिस पर सोशल मीडिया यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई थी, लेकिन अब इस वेडिंग को पाकिस्तानी मीडिया ने ‘एंटी मुस्लिम’ करार दिया है।
पैगाम टीवी पर एक मुस्लिम स्कॉलर के साथ एंकर ने इस शादी पर चर्चा की। जब एंकर ने मुस्लिम स्कॉलर से पूछा कि इस्लाम इस शादी के बारे में क्या कहता है, तो स्कॉलर ने कहा कि यह अफसोसजनक खबर है। लड़के ने दूल्हे वाला लिबास नहीं पहना हुआ था। बनियान, शॉर्ट्स और जॉगिंग करते हुए आकर शादी करना गलत है। ये तो ऐसे है, जैसे आप अपनी शादी को कोई अहमियत ही नहीं दे रहे हैं।
मुस्लिम स्कॉलर ने आगे कहा कि इससे इस्लाम की हालत का पहलू भी निकालने की कोशिश की जा रही है। कैसे एक हिंदू ने इस तरह से अपनी शादी में शिरकत की। सबसे बड़ी बात तो हिंदू लड़के से मुस्लिम लड़की की शादी होना है। शरीयत ने इसकी इजाजत नहीं दी है। स्कॉलर ने आगे कहा कि शरीयत के मुताबिक, मुस्लिम मर्द को यहूदी या ईसाई की ऐसी महिलाओं से शादी की इजाजत दी गई है जिनका चरित्र अच्छा है। मुसलमान मर्द मुस्लिम के अलाव सिर्फ ऐसी औरतों से शादी कर सकता है। बाकी न मर्द और न ही औरत को इस तरह की शादी की इजाजत है। उन्होंने आगे कहा- आमिर खान ने एक से ज्यादा शादी की हैं। उनकी पहली शादी हिंदू परिवार की लड़की से हुई है, तो ऐसे में ये बुनियाद ही गलत है। स्कॉलर के मुताबिक, आमिर खान जैसे लोग गैर मुस्लिमों के माहौल में रहते हैं, तो धीरे-धीरे उनके लिए ऐसा सामान्य होता चला जाता है। उनकी इस्लाम से दूरी होती जा रही है। वहां के उलमा भी विरोध नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें भी डर होता है। एक आदमी फिल्म इंडस्ट्री या माहौल की वजह से इसे मान्यता दे रहा है तो उलमा भी चुप रहने को मजबूर हो जाते हैं। फिल्म इंडस्ट्री में तो हिंदू-मुस्लिम की कोई तमीज ही नहीं रह गई। शरीयत ने इस बात की इजाजत नहीं दी है। असली मुसलमान कभी ऐसा नहीं करता।