शमशान में कार्यालय अर्थी पर प्रचार, गोरखपुर से निर्दल प्रत्याशी अर्थी बाबा के नाम से है मशहूर!

फोटो शोशल मिडिया से प्राप्त

प्रखर गोरखपुर। लोकसभा चुनाव में बड़ी पार्टियों के अलावा कई निर्दलीय प्रत्याशी भी सुर्खियां बटोर रहे हैं। इस फेहरिस्त में एक नाम राजन यादव का भी है, जिन्हें लोग अर्थी बाबा के नाम से भी जानते हैं। गोरखपुर के राजघाट पर डेरा जमाने वाले अर्थी बाबा ने शमशान घाट पर ही अपना कार्यालय खोल लिया है। चुनावी माहौल के बीच गोरखपुर के राजघाट शमशान घाट पर कार्यालय बनाने वाले अर्थी बाबा उर्फी राजन यादव का कहना है कि जो भी इस शमशान घाट पर लाश जलाने आते हैं वो 1 रुपया चंदा देते हैं। उसी पैसे से मैं पर्चा दाखिल करता हूं। अर्थी पर बैठकर मैं नामांकन और प्रचार भी करता हूं। अर्थी और शमशान घाट लोकतंत्र का जनाजा है। क्योंकि लोकतंत्र की मौत हो चुकी है। सारे भ्रष्ट नेता चुनाव लड़ रहे हैं। इसीलिए मैं ये अर्थी निकालता हूं।अर्थी बाबा का कहना है कि इसी घाट पर बैठकर मैंने अनशन किया तो गोरखपुर में AIIMS बना और जब माननीय मुख्यमंत्री योगी जी यहां आए तो मैंने उनसे पक्का घाट बनवाने का आग्रह किया और उन्होंने बनवा दिया। विपक्षी उम्मीदवारों पर बात करते हुए अर्थी बाबा ने कहा कि रवि किशन और काजल निषाद यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। मगर वास्तव में वो लोग यहां के नहीं हैं। उन्हें गोरखपुर के लोगों का संघर्ष नहीं पता है। बीजेपी उम्मीदवार रवि किशन पर बात करते हुए अर्थी बाबा ने कहा कि रवि किशन यहां के बारे में कुछ नहीं जानते। अगर उनसे पूछा जाए तो वो यहां कि समस्याएं नहीं बता सकते हैं। फिल्म का हीरो आम जनता की मुश्किलें नहीं समझ सकता। काजल निषाद भी एक्टर रही हैं। वो रियल के नेता नहीं हैं। मगर मैं रियल का नेता हूं। इसीलिए दोनों लोग हारेंगे। चुनाव लड़ने पर बात करते हुए अर्थी बाबा ने कहा कि मैंने 4 बार विधायकी का चुनाव लड़ा है। 3-4 बार एमएलसी, 3-4 बार संसदीय चुनाव में भी उतर चुका हूं। यही नहीं मैंने यहां से राष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ा है। हालांकि मुझे आज तक चुनाव में जीत नहीं मिली है। लेकिन एक दिन मैं जरूर जीतूंगा। जिस दिन मैं जीतूंगा उस दिन पूरा देश मेरे साथ होगा और एक नई क्रांति होगी।