छप्पर के अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग ने दिया रजिस्ट्रेशन, चल रहा था कैंसर का इलाज खुली पोल तो सीएमओ के आदेश पर सीज!

प्रखर एजेंसी/हरदोई. हरदोई में स्वास्थ्य विभाग का अजब-गजब कारनामा सामने आया है. छप्पर और टीनशेड में अस्पताल चल रहा था. इस टीनशेड और छप्पर वाले अस्पताल में कैंसर पीड़ित का इलाज हो रहा था. स्वास्थ्य महकमे से अस्पताल को मंजूरी प्रदान की गई थी. जब इस अजब अस्पताल की कहानी प्रशासन को पता चली तो सीज करने की कार्रवाई की गई. वहीं सीएमओ हरदोई का कहना है कि इस वर्ष इस कथित अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया. पूरा मामला हरदोई की कोतवाली कछौना क्षेत्र के कटियामऊ का है.हरदोई के कछौना इलाके के कटियामऊ में एक ढाबे पर टीन शेड में एक अवैध अस्पताल का संचालन हो रहा था. छप्पर के नीचे कैंसर मरीज का इलाज किया जा रहा था. एडिशनल सीएमओ ने छापा मारकर इस अस्पताल को सीज कर दिया. एसीएमओ ने कहा कि मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. हरदोई-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कछौना कस्बे के पास कटियामऊ गांव के बाहर मुख्य मार्ग के किनारे फौजी ढाबा है. इसी ढाबे के ठीक बगल में पीछे की ओर एक अस्पताल भी है जिसका नाम है फौजी हॉस्पिटल. इस हॉस्पिटल को टीन शेड के नीचे बनाया गया है और बाहर छप्पर के नीचे एक मरीज का इलाज किया जा रहा था जो कि कैंसर का मरीज था. हॉस्पिटल में जनपद उन्नाव की रहने वाली पूनम का इलाज किया जा रहा था. पूनम के पति सतान ने बताया कि कैंसर के नाम से 30 हजार रुपये प्रतिमाह लिया जा रहा था और दवा के पैसे अलग से लिए जा रहे थे. नोडल अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने सीएचसी के अधीक्षक डॉक्टर किसलय बाजपेई के साथ छप्पर के अस्पताल में छापा डाला. यहां पर मरीज मौजूद था जिससे उन्होंने पूछताछ की. उसके बाद अस्पताल को न सिर्फ सीज कर दिया बल्कि मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना एंबुलेंस से भिजवाया. इस दौरान अस्पताल संचालक मौके से भाग निकला. मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रोहिताश्व कुमार ने बताया कि पूरे मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. नोडल अधिकारी ने रजिस्ट्रेशन किया गया था, उससे भी जवाब तलब किया जा रहा है.