वाराणसी के ललित उपाध्याय व गाजीपुर के राजकुमार पाल का पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में चयन

प्रखर एजेंसी। 26 जुलाई से 11 अगस्त 2024 तक चलने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए चयनित भारतीय हॉकी टीम में पूर्वांचल के लिए दो खिलाड़ियों का चयन हुआ है। भारतीय टीम में वाराणसी के भगतपुर निवासी ललित उपाध्याय और गाजीपुर के करमपुर निवासी राजकुमार पाल अपना हुनर दिखाएंगे। दोनों के चयन पर परिजनों, खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों ने खुशी का इजहार किया है। करमपुर में स्थापित मेघवरन सिंह स्टेडियम से सैकड़ों खिलाडी नौकरी प्राप्त कर चुके हैं। अब तक 14 खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय हॉकी टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं। इनमें ललित और राजकुमार ने अपनी अलग पहचान बनाई हैं। ललित कुमार उपाध्याय अब उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं। वहीं, राजकुमार पाल के पिता के देहांत के बाद उनकी माता ने ही तीनों भाइयों की परवरिश की है। कठिनाइयों के बावजूद, राजकुमार ने हार नहीं मानी। उन्होंने केवल 8 वर्ष की आयु में अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से मेघबरन सिंह हॉकी अकादमी में प्रशिक्षण लिया था।
पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह बताते हैं कि स्वर्गीय तेज बहादुर सिंह का योगदान न केवल करमपुर, बल्कि पूरे देश के हॉकी प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। तेज बहादुर सिंह के भतीजे और स्टेडियम के संचालक अनिकेत ने बताया कि ललित और राजकुमार के चयन की खबर से करमपुर में खुशी का माहौल हैं। अकादमी के संचालक अनिकेत, कोच इंद्रदेव, खेल सचिव मनोज सिंह, कोच पूजा सिंह, कोच सुजीत तिवारी ने दोनों खिलाड़ियों के चयन होने पर खुशी जताई। साथ ही राजकुमार के आवास पर जाकर उनकी मां और परिजनों को बधाई दी।2014 में अंतरराष्ट्रीय कॅरिअर की शुरुआत करने वाले ललित उपाध्याय (30 वर्ष) 162 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 44 गोल कर चुके हैं। सेंटर फॉरवर्ड पोजीशन पर खेलने वाले ललित ने शहर के यूपी कॉलेज से हॉकी खेलने की शुरूआत की थी। हॉकी वाराणसी के अध्यक्ष डॉ. एके सिंह ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि ललित पूर्वांचल में हॉकी की नई उम्मीद बनकर उभरे हैं। लंबे अंतराल के बाद पूर्वांचल के दो खिलाड़ियों को ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है। इससे पहले मोहम्मद शाहिद (लगातार तीन ओलंपिक), विवेक सिंह और राहुल सिंह भी ओलंपिक में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। ललित के बड़े भाई अमित उपाध्याय भी कैग (भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक) की प्रयागराज टीम से हॉकी खेलते हैं।
26 साल के राजकुमार पहली बार खेलेंगे ओलंपिक
26 वर्षीय राजकुमार पाल ने औड़िहार (गाजीपुर) की मेघवरन सिंह हॉकी एकेडमी से खेल की शुरुआत की थी। वे ओलंपियन विवेक सिंह एकेडमी से भी कई मैच खेल चुके हैं। 2020 में अतरराष्ट्रीय मैचों में पदार्पण करने के बाद अब तक 48 मैचों में 5 गोल कर चुके हैं। एनईआर (पूर्वोत्तर रेलवे) के हॉकी कोच सतीश नारायण सिंह (पूर्व में विवेक सिंह एकेडमी में कोच) ने बताया कि ओलंपिक खेलने वाली भारतीय टीम में उनका चयन पहली बार हुआ है। वे भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ऑफिस दिल्ली में एकाउंटेंट जनरल पद पर कार्यरत हैं। राजकुमार के भाई जोखन पाल भारतीय सेना की टीम और राजू पाल सिकंदराबाद रेलवे टीम से हॉकी खेलते हैं।