ज़फ़र सुपारी चर्चित हत्याकांड में 8 साल बाद कोर्ट ने किया न्याय,सभी आरोपी बाइज़्ज़त बरी

प्रखर खेतासराय जौनपुर। क्षेत्र के पारा कमाल गांव में हुए जफर सुपारी हत्याकांड में आरोपी बने मोहम्मद तारिक,शारिक,बेलाल,अलीमुद्दीन और खालिद को पूरे 8 साल 1 महीना और 9 दिन बाद आखिर न्याय के मंदिर जिला न्यायालय से न्याय मिल ही गया,और इस हत्याकांड में आरोपी बनाए गए सभी लोगों को जिला जज की अदालत ने 5 जुलाई को फैसला सुनाते हुए बाइज्जत बरी कर दिया। कानूनी लड़ाई जीतने के बाद तारिक समेत सभी आरोपियों के घर में आज ईद जैसा ही माहौल है। गौर तलब रहे कि 27 मई 2016 को खेतासराय थाना क्षेत्र के पाराकमाल गांव के तत्कालीन ग्राम प्रधान जफर सुपारी की कुछ अज्ञात बदमाशों ने पारा कमाल गांव में स्थित असमा इंटर कॉलेज के समीप गोली मार कर हत्या कर दी थी,दिन दहाड़े हुए इस हत्याकांड से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया,लेकिन घटना के कुछ ही देर बाद जब जफर सुपारी के चचेरे भाई फरहान की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया तो लोग हैरान रह गए क्योंकि तहरीर में मोहम्मद तारिक, शारिक, बिलाल,अलीमुद्दीन और खालिद को नामजद किया गया था,पुलिस ने भी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया,कुछ दिनों बाद सभी आरोपी जमानत पर छूट कर जेल से बाहर तो आगए लेकिन जेल के बाहर हत्या जैसे संगीन अपराध का दाग धोने के लिए एक लंबी कानूनी लड़ाई इनके इंतजार में थी। तारीख पर तारीख मिलती गई और इंसाफ की लड़ाई का अंत शुक्रवार को हुआ जब जौनपुर जिला जज ने सभी आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया,ज्ञात रहे कि मोहम्मद तारिक क्षेत्र में साफ सुथरी छवि वाले इंसान हैं और सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं जबकि तारिक के ही भाई मोहम्मद आदिल वर्तमान में गांव के प्रधान हैं जिनके द्वारा गांव में कराए जा रहे विकास कार्यों की चर्चा न सिर्फ क्षेत्र में है बल्कि समय समय पर जिला मुख्यालय के विकास भवन में भी चर्चाओं का बाजार गर्म रहता है।हत्या जैसे संगीन अपराध का इल्जाम सर पर ढोते हुए जिंदगी जीना आसान काम नहीं होता लेकिन कहावत है की हर मुश्किल के बाद आसानी है हर अंधेरे के बाद उजाला है शुक्रवार का दिन ज़फर सुपारी हत्याकांड के आरोपियों और उनके परिवार के लिए 8 सालों की अंधेरी रात के बाद पहली सुबह है कि आखिरकार अदालत ने न्याय किया और सभी आरोपी दोषमुक्त हुए।