सिर्फ बुलडोजर चला कर छोड़ दिया गया रिवर पैलेस और बनारस कोठी होटल को


प्रखर वाराणसी। बनारस में वरुणा नदी के किनारे बने अवैध होटल बनारस कोठी और रिवर पैलेस पर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू तो किया लेकिन उस पर सिर्फ सांकेतिक कार्रवाई कर छोड़ दिया गया है । वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं । लोगों का कहना है कि विकास प्राधिकरण को आदेश भले ही ध्वस्तीकरण का मिला हो लेकिन सिर्फ सांकेतिक रूप से होटल के साथ छेड़छाड़ किया गया है। अब आगे उस पर किसी भी प्रकार की कार्यवाई की संभावना लगभग न के बराबर है। वहीं इस संदर्भ में वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग में कहा कि बुद्ध विहार कॉलोनी के दो होटलों को ध्वस्त कराने के लिए पुलिस प्रशासन से सामंजस्य बैठाकर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। ऐसे सभी निर्माणकर्ता जिनके खिलाफ पहले से ध्वस्तीकरण का आदेश पारित है। उन्हें सूचित किया गया है कि ऐसे भवनों का इस्तेमाल न करें। गौरतलब है कि होटलों पर हुई इस कार्रवाई के बाद शहर के अन्य अवैध होटलों में खलबली मची हुई है। खासकर वरुणा नदी के ग्रीन बेल्ट दायरे में बने 50 से अधिक होटल संचालकों में दहशत का माहौल है। बीते 27 जुलाई को वीडीए ने बुद्ध विहार काॅलोनी के अवैध दो होटलों पर ध्वस्तीकरण अभियान चलाया था। बतादे कि वीडीए से ध्वस्तीकरण आदेश पारित होने के बाद भी बनारस कोठी और रिवर पैलेस को अब तक पूरी तरह से नहीं तोड़ा गया है। इन होटलों पर हथौड़ा और बुलडोजर के जरिये कुछ अवैध निर्माण को तोड़ा था। अब भी पूरा होटल ध्वस्त नहीं हुआ है। होटल के अंदर वीडीए ने अवैध निर्माणों को डैमेज कर सील लगाकर पुलिस अभिरक्षा में दे दिया है।