प्रखर वाराणसी। प्रदेश के मैदानी भाग भले ही सुख की चपेट में हो लेकिन पहाड़ों पर हो रही बारिश ने गंगा के जलस्तर को अचानक बढ़ा दिया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बनारस में गंगा के जलस्तर में छह सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है। मंगलवार की शाम को गंगा का जलस्तर 64.14 मीटर दर्ज किया गया। जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी के कारण घाटों का संपर्क समाप्त हो चुका है और सीढ़ियां भी जलमग्न हो चुकी हैं। जल बढ़ाव के कारण अस्सी और दशाश्वमेध घाट के आरती स्थल में बदलाव किया गया। दूसरी ओर गंगा के जलस्तर में तेज गति से बढ़ोतरी के चलते वरुणा में हलचल बढ़ गई है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के चलते निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं हरिश्चंद्र घाट और मणिकर्णिका घाट पर पानी तेजी से चढ़ते हुए शवदाह स्थल के नजदीक पहुंच गया है। हरिश्चंद्र घाट पर जलस्तर मसाननाथ मंदिर को स्पर्श करने लगा है। बीते 34 घंटे में चार फीट से ज्यादा बढ़ गया गंगा का जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग की मध्य गंगा डिवीजन की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार सोमवार को सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 62.60 मीटर था। रविवार की सुबह आठ बजे से सोमवार सायं छह बजे के बीच 34 घंटे में चार फीट से ज्यादा पानी बढ़ गया। रविवार को सुबह आठ बजे जलस्तर 61.74 मीटर था। रविवार की रात लगभग चार सेंटीमीटर की रफ्तार से पानी बढ़ रहा था और सोमवार की सुबह आठ बजे जलस्तर 62.60 मीटर था। इसके बाद बढ़ाव तेज हो गया और गंगा के जलस्तर में छह सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाव होने लगा और जलस्तर 63.14 मीटर पहुंच गया था। पहाड़ों पर अगर बरसात की स्थिति यही रही तो मैदानी भागों में गंगा के किनारो पर जल्द ही बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।