प्रखर डेस्क। उत्तर प्रदेश के रामपुर में बहुचर्चित डूंगरपुर प्रकरण में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद मोहम्मद आजम खान पर बुधवार यानी 31 जुलाई को अदालत अपना फैसला सुना सकती है। दरअसल, ये पूरा मामला सपा शासनकाल का है, जब रामपुर की डूंगरपुर बस्ती में रहने वाले लोगों के घरों को जबरिया खाली कराया गया था।बता दें, हाल ही में कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों की बहस पूरी हो चुकी है.जिसके बाद इस मामले की पत्रावली निर्णय पर लगी हुई है। जिस पर सुनवाई के लिए अदालत की तरफ से आज यानी 31 जुलाई की तारीख तय की गई है। समाजवादी पार्टी की सरकार के सबसे ताकतवर रसूखदार मंत्री रहे आजम खान ने अपने पद का बेजा उपयोग करते हुए डूंगरपुर बस्ती को जबरिया खाली करवाया था इस मामले में सत्ता परिवर्तन के बाद 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद प्रदेश भर में कई मुकदमे दर्ज हुएहैं। इन्हीं में से एक केस के वादी इदरीश का आरोप था कि तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खां के इशारे पर तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन और कुछ पुलिस वाले आजम के समर्थकों के साथ मिलकर जबरन घर में घुस गए थें। इस दौरान उन लोगों ने पीड़ित के साथ मारपीट और लूटपाट की और बल पूर्वक उसका घर खाली करा दिया था। अब इस पूरे मामले पर दर्ज केस की सुनवाई एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट में चल रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले में दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद बचाव पक्ष द्वारा दाखिल लिखित बहस पर अभियोजन पक्ष द्वारा लिखित बहस/ आपत्ति दाखिल की जा चुकी है। जिसके बाद अब पत्रावली निर्णय पर लगी हुई है, जिसमें अदालत के तरफ से बुधवार 31 जुलाई को फैसला सुनाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।