वीडीए के कर्मचारियों ने ही लगाया VDA को चूना,जानबूझकर होने दिऐ अवैध निर्माण ,कोर्ट केस में नहीं की पैरवी

वीडीए के कर्मचारियों ने ही लगाया VDA को चुना अवैध निर्माण होने दिऐ,जानबूझकर कोर्ट केस में नहीं की पैरवी

प्रखर वाराणसी।वीडीए को चूना लगाने वाले अपने ही कर्मचारियों के खिलाफ पहली बार बडा एक्शन लिया गया है 15 कर्मचारियों ने वीडीए को चूना लगाया इन्होंने शहर के विभिन्न हिस्सों में अवैध निर्माण होने दिया इतना ही नहीं कोर्ट केस की पैरवी जानबूझकर नहीं की और डीजल पेट्रोल पर ज्यादा खर्च किया लगातार इनकी शिकायत मिल रही थी जानबूझकर अवैध निर्माण होने देने और ज्यादा डीजल पेट्रोल खर्च किए जाने सहित अलग-अलग आरोपों में वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के 15 कर्मचारियों के खिलाफ पहली बार बड़ी कार्रवाई की गई है डिमोसन के साथ वेतन वृद्धि रोक दी गई है प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी गई है वीडीए उपाध्यक्ष को कर्मियों के खिलाफ गंभीर शिकायतें मिली थी आरोपी कर्मचारी जान बूझकर अपना काम ईमानदारी से नहीं कर रहे हैं भ्रष्टाचार में लिप्त है न्यायालय में कमजोर पैरवी के जरिए वीडीए के महत्वपूर्ण केस जानबूझकर हार जा रहे हैं विज्ञापन बिलों का भुगतान बिना सत्यापन कर रहे हैं इसकी गोपनीय स्तर पर जांच कराई गई और मामला सही पाया गया जिनके ऊपर कार्रवाई हुई है राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव कनिष्ठ लिपि,रविंद्र कुमार श्रीवास्तव वाहन चालक,विजय कुमार डिमोलिशन गैंगमैन,महादेव प्रसाद विधि निरीक्षक, अनिल कुमार श्रीवास्तव सर्वे खलासी, जयप्रकाश नारायण सिंह चपरासी,दिनेश कुमार यादव सर्वे खलासी, रमेश प्रसाद वर्क सुपरवाइजर, राम जूठन यादव रेंट कलेक्टर, अनिरुद्ध पांडे चपरासी, अनिल कुमार श्रीवास्तव रेंट कलेक्टर, अजय कुमार कनिष्ठ लिपिक, बृजेश चंद्र कुशवाहा रेंट कलेक्टर,रणधीर सिंह रेंट कलेक्टर, प्रवेश कुमार यादव कनिष्ठ लिपि वीडीए उपाध्यक्ष ने कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है कर्मियों ने अपना पक्ष रखा है पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की गई है सरकारी कामकाज में लापरवाही या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा