बंगाल-असम, बिहार-झारखंड से यू पी आने वाली ट्रेनें ATS के रडार पर ।


बांग्लादेश हिंसा के बाद बरती जा रही सतर्कता।
बांग्लादेश में हिंसा के बाद अवैध तरीके से भारत आने का प्रयास करने वालों को लेकरATS द्वारा सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे में वाराणसी में रेलवे स्टेशनों पर बंगाल-असम, बिहार-झारखंड से आने वाली ट्रेनें ATS के रडार पर हैं। बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद आने वाली ट्रेनें आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के रडार पर हैं। चंदौली के पीडीडीयू जंक्शन के साथ ही वाराणसी स्टेशन आने वाली ट्रेनों को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। देखा जा रहा है कि कोई बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारत में आने की कोशिश तो नहीं कर रहा है। एटीएस की दो टीमें डीडीयू और वाराणसी रेलवे स्टेशनों की निगरानी कर रही हैं। बांग्लादेश में हिंसा के कारण हालात बिगड़ गए हैं। बीएसएफ के जवानों ने त्रिपुरा, मेघालय और पश्चिम बंगाल की सीमा से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा भी है। बांग्लादेश से भारत में अवैध प्रवास को लेकर पूर्वांचल पहले भी चर्चाओं में रहा है, ऐसे में एटीएस ने पैनी नजर यू पी पर रखी है। अफसरों का कहना है कि पूर्व में बांग्लादेश से अवैध तरीके से लोगों को भारत लाने वाले नेटवर्क की टोह ली जा रही है। साथ ही बिहार, झारखंड और कोलकाता से आने वाली अंतरराज्यीय बसों की भी निगरानी की जा रही है। अवैध प्रवास के प्रयास के मामले में संलिप्तता मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।2021 से 2024 के बीच बांग्लादेशियों को अवैध तरीके से भारत लाने के आरोप में आठ लोग एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं। बांग्लादेशियों के भारत के फर्जी कागजात बनवाने वाले फिलहाल दो आरोपी जमानत पर बाहर हैं। जमानत पर जेल से छूटे आरोपियों के साथ ही उनके करीबी भी एटीएस के (रडार) निगरानी में हैं।