फर्जी खतौनी बनाकर बिचौलियों और माफिया ने किया करोड़ों का घोटाला
– अनाज माफियाओं और बिचौलियों ने यूपी के सुल्तानपुर जिले में किया कारनामा
– प्रदेश के लगभग सभी जिलों की यही स्थिती
प्रखर लखनऊ। सरकार भले ही गरीबों के उद्धार के लिए सैकड़ों योजनाएं बनाती हो लेकिन उसे जमीन पर उतारने का काम अधिकारियों और कर्मचारियों का होता है । लेकिन इन्हीं की मिली भगत से अनाज माफिया गरीबों का दाना मारकर उसको बाजार में बेच दे रहे हैं। सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति को सीधे-सुबह चुनौती देने वाले यह माफिया अब भी खुलेआम खेल-खेल रहे हैं।
मामला सुल्तानपुर जिले का है जहां अनाज माफियाओं और बिचौलियों ने एक बड़ा कारनामा किया है। दरअसल, उनके द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के नाम फर्जी खतौनी बनाकर घोटाले की घटना को अंजाम दिया गया है। घोटाले का यह मामला सुल्तानपुर जिले के लंभुआ तहसील के अंतर्गत शिवगढ़ गांव का है। जहाँ बिचौलियों और माफियाओं ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 109 भूमिहीनों और गरीबों की फर्जी खतौनी दिखाकर उनके नाम से हजारों क्विंटल धान बेच दिया है। इस दौरान गरीबों के खाते में आए करोड़ों रुपयों में से प्रति किसान 1000-500 देकर बाकी रुपए बिचौलिए और अनाज माफिया खा गए। भुगतान ऑनलाइन होने पर पूर्ति विभाग ने बड़े काश्तकारों समेत ऐसे लोगों का नाम दिखा, जिसके बाद सभी 109 राशन कार्ड धारकों का कार्ड निरस्त कर कोटेदार को लिस्ट भेज दी गई। वहीं जब गरीबी रेखा ने नीचे जीवनयापन करने वालों को राशन कार्ड निरस्त करने की जानकारी मिली तो उनके होश उड़ गए। ऐसे में उनके द्वारा जिलाधिकारी से शिकायत कर राशनकार्ड बहाली का फरियाद लगाई गई। इस घटना को देखते हुए जिले के अन्य गांवों में बड़े सिंडिकेट की जांच हो तो और भी खुलासा हो सकता है। सुल्तानपुर ही नहीं प्रदेश के कई जनपदों में इस तरह के घोटाले खुलेआम हो रहे हैं जिन पर अधिकारियों और कर्मचारियों का खुला संरक्षण है।