काशी में पिछले 10 वर्षों में सैलानियों मे अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी

काशी में पिछले 10 वर्षों में सैलानियों मे अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी

– दश वर्षों में हुए बदलाव का परिणाम
– देश में सबसे ज्यादा पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान

प्रखर गाजीपुर। धर्मनगरी काशी पौराणिक काल से ही पर्यटन का बड़ा केन्द्र रहा है। आज के दौर में यह पर्यटन की दृष्टि से देश का बड़ा केंद्र बन चुका है। रिकॉर्ड संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटकों को काशी पहुंचना साल भर चलता है। सात समंदर पार से भी काशी पहुंचने वाले पर्यटक इस शहर की जीवन शैली और आध्यात्मिक ज्ञान को देखकर अचंभित हो जाते हैं। पर्यटन के सहारे अपना जीवन यापन करने वाले कहते है कि बीते 6 सालों में काशी में घरेलू और विदेशी पर्यटकों के आने में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली है। गंगा घाटों पर नौका विहार, गंगा आरती, काशी का वेद शास्त्र अध्ययन और यहां का पहनावा खानपान उन्हें खूब पसंद आता है। इससे जुड़े लोगों का दावा है कि शहरी क्षेत्र में अगर निर्धारित मार्गों के आवागमन को और सरल बनाने के साथ साथ पर्यटन उद्योग से जुड़े परियोजनाओं को धरातल पर सही रूप से उतार दिया जाए, तो काशी का पर्यटन क्षेत्र इससे भी ऊंची छलांग लगा सकता है। काशी हमेशा से अपने जीवन शैली,खानपान ,आधुनिकता और अधायत्मकता का ऐसा समावेश रहा है कि इससे कोई भी अछूता नहीं रहा है । चाहे फिर वह देसी सैलानी हो या फिर विदेशी । आपको हमेशा बनारस की गलियों में विदेश से आकर यहां रहने वाले तमाम ऐसी सैलानी मिल जाएंगे जिन्होंने एक बार काशी में कदम रखा तो फिर दोबारा वापस जाने का नाम नहीं लिया है। यह काशी की अपनी अदभुत अध्यात्मिक शक्ति का प्रमाण है।