राज्य अध्यापक पुरस्कार 23 – 24 के लिए गाजीपुर से अर्चिता सिंह का चयन

राज्य अध्यापक पुरस्कार 23 – 24 के लिए गाजीपुर से अर्चिता सिंह का चयन

प्रखर गाजीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित यह पुरस्कार प्रतिवर्ष अच्छे कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किया जाता है । इस वर्ष का यह पुरस्कार पूरे प्रदेश में केवल 41 शिक्षकों को दिया गया है। जिसमें गाजीपुर जनपद से श्रीमती अर्चिता सिंह ,सहायक अध्यापिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटघरा क्षेत्र मनिहारी जनपद गाजीपुर को प्रदान किया गया। अर्चिता सिंह शिक्षा से ताल्लुकात रखने वाले परिवार से है उनके मायके में बाबा ,पिता ,भाई ससुराल में पति ,ससुर सभी शिक्षक रहे हैं। इनके संस्कारों में शिक्षा और शिक्षण कार्य है । यह विद्यालय पर बच्चों को अधिकतम ज्ञान प्रदान करने की पूर्ण कोशिश करती हैं। इनकी शिक्षा परास्नातक तक रसायन विज्ञान से है और यह बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शैक्षणिक प्रयोगात्मक, सांस्कृतिक ,सामाजिक शारीरिक सभी प्रकार के शिक्षण कार्य, तमाम प्रकार के नवाचारों का प्रयोग बच्चियों के आत्मरक्षा के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण देना ,मीना मंच का संचालन करना ,मिशन शक्ति द्वारा बच्चियों को सशक्त बनाने की कोशिश करना । विषय ज्ञान के अंतर्गत बच्चों को पूर्व माध्यमिक विद्यालय में विज्ञान ,अंग्रेजी ,हिंदी विषय का ज्ञान प्रदान करती हैं ।यह बच्चों को नैतिक शिक्षा और जीवन जीने की शैली पर विशेष बल देती है । इनके विद्यालय पर आ जाने से विद्यालय में सभी प्रकार के विकास हुए हैं । आसपास के बहुत से गांव के बच्चे इनके शिक्षण कौशल और इनकी दक्षता पूर्ण शिक्षण गतिविधि से पूर्ण परिचित होकर काफी प्रभावित रहते हैं । कोरोना काल में भी इन्होंने ऑनलाइन शिक्षण बच्चों को दिया बच्चों की उपस्थिति के लिए या घर-घर भ्रमण भी करती हैं ।व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बच्चों को प्रेरित करती रहती है अभिभावक को और बच्चों से आत्मीय संबंध बनाने का पूर्ण प्रयास करती हैं ।बच्चे इन्हे अपना अभिभावक मानते हैं। उनकी बातों का उन पर बहुत सकारात्मक असर दिखता है। इनके द्वारा बच्चे राष्ट्रीय आय एवम योग्यता आधारित छात्रवृत्ति प्रतियोगिता, आश्रम पद्धति ,एनसीएससी,इंडिया स्पेश वीक आदि परीक्षाओं में सफल हुए हैं या प्रोत्साहन स्वरूप सरकार से छात्रवृत्ति पा रहे हैं ।इस वर्ष भी इन्होंने बहुत से बच्चों को आवेदन कराया है सांस्कृतिक कार्यक्रमों के क्षेत्र में यह ब्लॉक स्तर से जिले स्तर तक अपने बच्चों का प्रदर्शन कराया है ।एकांकी में उनके बच्चे दो बार जनपद स्तर पर स्थान बनाए हैं। शिक्षण के अलावा इन्होंने बच्चों को हर क्षेत्र में उन्नयन के लिए काफी प्रयास किया है जिसके लिए इनको काफी सम्मानित किया जा चुका है ।टीएलएम प्रतियोगिता में इनको न्याय पंचायत स्तर से लेकर के जनपद स्तर तक सम्मान मिला है लेशन प्लान में राज्य स्तर तक अपना प्रदर्शन की है ,आर्ट क्राफ्ट एवम पपेट्री में यह दो बार राज्य स्तर तक प्रतिभागता की है ।आईसीटी में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त कर राज्य स्तर तक प्रतिभागता की है। ऐसे अन्य इनके कार्य हैं जिससे प्रभावित होकर भविष्य में बच्चों के उन्नयन की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने इस वर्ष का राज्य पुरस्कार देने की घोषणा की है ।जिसके लिए जनपद,ब्लॉक के शिक्षक,ग्राम सभा के ग्राम प्रधान व सभी ग्रामवासी व विद्यालय परिवार काफी प्रसन्न है ।आज महिला सशक्तिकरण की चर्चा जब होती है ऐसी महिलाएं एक उदाहरण है हम सभी इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं इनके विद्यालय पर आ जाने से विद्यालय का नामांकन वृद्धि हुई है नामांकन के साथ-साथ बच्चों के उपस्थित अच्छी रहती है और बच्चे काफी लाभान्वित होते हैं अभिभावक प्रसन्न रहते हैं और इनको उसका सम्मान भी मिलता है ।अध्यापक का तो यही कर्तव्य है कि बच्चों को सवारे,जीवन को आगे बढ़ाएं जिसमें उसकी खुशी होती है । इसलिए क्षेत्र के लोगों ने राज्य सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया है ।