प्रखर शाहगंज। एक साल पहले जिन तीन लोगो ने फांसी लगाई थी उसमे एक किशोरी भी थी।उसी किशोरी की सहेली ने भी फंदे से लटक कर दी जान सुरिस गांव के बिंद बस्ती में सोमवार दोपहर एक किशोरी ने फंदे से लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली,
एक ही गांव में चार लोगों की खुदकशी से क्षेत्र में दहशत का माहोल हो गया है।
पुराने मकान से 200 मीटर की दूरी पर बने पाही की टिन शेड में लगी पाइप पर किशोरी ने दुपट्टे के सहारे फंदा से लटका शव मिला। निजी नर्सिंग होम ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सुरिस गांव के बिंद बस्ती निवासी जैतू बिंद की 15 वर्षीय बेटी राजनी बिंद ने फंदे पर लटक कर जान दे दी। जब छोटे भाई ने उसका शव देखा तो शोर मचाया। आसपास के लोग इकट्ठा होकर शव को फंदे से नीचे उतारे।
थानाध्यक्ष रोहित मिश्रा ने बताया कि मामला संज्ञान में है। विधिक कार्रवाई की जा रही है। मृतक राजनी अपने तीन बहन और तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थी। राजनी गांव से सटे एक विद्यालय में कक्षा 10वीं की छात्रा थी। पिता जैतू बाजार में पल्लेदारी कर परिवार का भरण पोषण करता था। मां गांव में बच्चों के साथ गृहस्थी का काम करती है।राजनी की सहेली भी कर चुकी है खुदकुशी
एक साल पहले भी सुरिस गांव के बिंद बस्ती में बुआ, भतीजा और भतीजी ने फंदे से लटक कर जान दे दी थी। लोगों का कहना है कि आज भी अगल बगल के लोग रात भर जागते हैं। उक्त घटना के बाद पुलिस गांव में एक महीने तक लगातार निगरानी करती रही। ग्रामीणों का कहना है कि भूत प्रेत से ही तीनों की मौत हुई थी। एक वर्ष पूर्व उक्त गांव निवासी रामनाथ बिंद के पुत्र मनोज ने पहले फंदे से लटक कर अपनी जान दे दिया था। उसी के बीस दिन बाद उसकी बुआ सुमन ने फंदे से लटक कर जान दे दी। उसकी तेरहवीं भी नहीं बीती थी की सुमन की भतीजी खुशी ने भी फंदे से लटक कर जान दे दी थी। जिसकी वजह से पूरे गांव में दहशत फैल गयी थी। उसी दहशत से गांव में एक महीने तक पुलिस ने 24 घंटे तक पहरेदारी की थी। सोमवार को हुई राजनी की मौत एक वर्ष पूर्व हुई घटना से जोड़कर गांव के लोग देख रहे हैं। इसकी वजह यह है कि मृतका खुशी की सहेली थी। उक्त बातों को लेकर एक बार फिर गांव में दहशत का माहौल बन गया है। लोग तरह-तरह की बातें करने लगे हैं।