युवराज की होगी कुर्की, वसूली जायेगी लूट की रकम
प्रखर चंदौली। रेलवे आरपीएफ के कर्मचारियों के खातों से करोड़ों की हेर फेर करने वाले कानपुर निवासी कलर्क से वसूली शुरु हो गई है। गौरतलब है कि डीडीयू मंडल में नियुक्ति के दौरान आरपीएफ कर्मियों के खाते में हेराफेरी करने के आरोपित युवराज सिंह के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। बर्खास्त क्लर्क ने तैनाती के दौरान करोड़ों रुपये की हेराफेरी की थी। अक्टूबर, 2023 में इस मामले का राजफाश हुआ तो पीड़ित कर्मचारियों ने मुगलसराय कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में उसकी 98.75 लाख रुपये की चल- अचल संपत्ति कुर्क कर ली गई है। इसमें मथुरा में खरीदा गया लगभग 80 लाख रुपये का भूखंड भी शामिल है। इसके अलावा आरोपित की 7.15 लाख रुपये की क्रेटा कार और 11.60 लाख रुपये नकद भी जब्त कर लिए गए हैं। पुलिस ने युवराज के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की। मामले में सुनवाई करते हुए जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने आरोपित की संपत्ति राज्य सरकार के पक्ष में जब्त करने का आदेश दिया था। बतादें कि कानपुर का रहने वाला युवराज सिंह आरपीएफ डीडीयू में बिलिंग क्लर्क के पद पर कार्यरत रहते हुए विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मासिक वेतन व पेंशन के लिए मिलने वाली राशि से अधिक अमाउंट बनाकर उसे अपने तथा अपनी पत्नी नीतू सिंह के खातों में ट्रांसफर कर लेता था। उसके बाद वेतन की मूल राशि कर्मचारियों को अपने और पत्नी के खातों के जरिये ट्रांसफर किया करता था। यह घपलेबाजी वह 2017-18 से कर रहा था। मामला पकड़ में आने के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में युवराज सिंह की संपत्तियों को लगातार जांच की जा रही है।