आखिर सचिन को किसने दुकान में मारकर लटका दिया !

आखिर सचिन को किसने दुकान में मारकर लटका दिया !

प्रखर डेस्क। सरायमीर थाना क्षेत्र के पवई लाडपुर में बीते 18 तारीख को सचिन यादव (20) नामक युवक का शव उसी दुकान में मिला जहां वह काम करता था। परिवार वालों ने उसकी हत्या की आशंका जताई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सचिन वहां कई वषों से कार्य करता था। दुकानदार के घर में भी उसका आना जाना था। लेकिन अचानक एक दिन उसका शव उसी दुकान में लटका मिला जहां वह काम करता था। बता दें कि निजामाबाद थाना क्षेत्र के गंधुवई मैनपारपुर गांव निवासी सचिन यादव (20) सरायमीर थाना क्षेत्र के पवई लाडपुर स्थित एक कपड़े की दुकान पर काम करता था। बीते मंगलवार की सुबह वह काम पर गया लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसके मोबाइल पर फोन किया लेकिन नहीं लगा। दुकानदार व परिजनों को लगा कि वह सरायमीर में लगने वाले मेले में गया होगा। बुधवार की सुबह भी वह नहीं पहुंचा तो परिजन परेशान हो गए और दुकानदार को फोन कर उसके बारे में पूछा। घर वालों के साथ दुकानदार भी अपने कुछ लोगों के साथ सचिन की तलाश करने लगा लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद जब दुकान खोलकर सफाई शुरू हुई तो सचिन का शव दुकान के दूसरे तल पर लटकता मिला। दुकानदार जावेद शेख ने इसकी सूचना पुलिस व परिजनों को दी। परिजनों ने शव को देखने के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए शव लेने से इंकार कर दिया क्योंकि शव का पैर घुटनों तक जमीन पर लटक रहा था। परिजनों ने आशंका जताई है कि उनके पुत्र की हत्या कर फंदे पर लटका कर आत्महत्या का रूप दिया गया है। इसे लेकर पुलिस व पीड़ित पक्ष में नोकझोंक भी हुई। इसके चलते दे रशाम करीब पांच बजे तक मामला उलझा रहा। पुलिस ने तहरीर लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया तो परिजन पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हुए। बता दें कि जिस स्थिति में सचिन यादव का शव लटका मिला उस स्थिति को देखते हुए परिजनों की आशंका सत्य प्रतीत होती है। सवाल दुकानदार को लेकर भी है। जिस दुकान पर वह काम करता था वह दुकानदार राजनीतिक रूप से प्रभावशाली है और उसकी दुकान पर एक युवक का शव वह भी संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने के बाद भी पुलिस अभी तक इसका पता नहीं कर पाई है। सवाल ये है कि क्या दुकान में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे क्या यह संभव है कि किसी की दुकान में कोई आत्महत्या कर ले और किसी को पता ही नहीं हो जबकि आत्महत्या करने वाला उसी दुकान में वर्षों से काम कर रहा हो। परिजनों ने इस संदर्भ आलाधिकारियों से मिल कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।