बाबतपुर एयरपोर्ट का डीपीआर तैयार,20 गांवों के मकानों की ऊंचाई होगी कम
प्रखर वाराणसी। वाराणसी के बाबतपुर में NH-19 पर बनने वाली छह लेन की टनल का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो गया है। करीब 2.09 किलोमीटर सड़क और 600 मीटर हिस्सा टनल का होगा। टनल के ठीक ऊपर से एयरपोर्ट का रनवे विस्तार होना है। टनल के निर्माण में ब्लास्ट प्रूफ तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। भविष्य में इतने हिस्से में जहाज की लैंडिंग हाेगी। इस संदर्भ में वाराणसी विकास प्राधिकरण को वाराणसी एयरपोर्ट के विमान संदर्भ बिंदु से 20 किलोमीटर की परिधि में आने वाले अवरोधों को हटाने और उनकी ऊँचाई कम करने की जिम्मेदारी मिली है। गौरतलब है कि सिक्स लेन टनल निर्माण की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए 10.59 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण पर 218 करोड़ खर्च हाेंगे और परियोजना पर 362 करोड़ टनल पर खर्च होंगे टनल को बुलेट प्रूफ बनाया जाएगा । एयरपोर्ट के आसपास के करीब 20 गांवों पर इसका प्रभाव पड़ेगा और परियोजना, पूरेरघुनाथसिंह गांव से प्रारंभ होेकर सिसवां गांव में खत्म हो रही है। इस ग्रीनफील्ड कारिडोर में कुल तीन गांव दायरे में आएंगे। लगभग 2.09 किलोमीटर सड़क और 600 मीटर हिस्सा टनल का होगा।टनल के ठीक ऊपर से एयरपोर्ट का रनवे विस्तार होना है, भविष्य में इतने हिस्से में जहाज की लैंडिंग हाेगी। कारीडोर के डीपीआर में आने वाले सभी 20 गांव में विकास प्राधिकरण को जिम्मेदारी मिली है कि ऊंचे मकानों को छोटा कराया जाए और प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत मानचित्र के आधार पर ही मकान बनाए जाएं। इस संदर्भ में वीडीए द्वारा एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक की अध्यक्षता डॉ. गुडाकेश शर्मा, अपर सचिव, वाराणसी विकास प्राधिकरण ने की। बैठक में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रतिनिधियों, एयरपोर्ट डायरेक्टर पुनीत गुप्ता और सहायक प्रबंधक शैलेश सिंह के साथ-साथ वाराणसी विकास प्राधिकरण के विभिन्न अधिकारियों ने भाग लिया। सभी ने अब तक की गई कार्यवाहियों की समीक्षा की और भविष्य की कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई। भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण द्वारा दी गई अवरोधों की सूची के अनुसार, वाराणसी विकास प्राधिकरण ने 15 भवनों और 4 मोबाइल टावरों पर मानक ऊँचाई से अधिक निर्माणों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही, दो भवनों की ऊँचाई को मानक के अनुसार कम करने की कार्रवाई की गई है। वीडीए के द्वारा क्षेत्रीय नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे उपरोक्त दिशानिर्देशों का पालन करें और मानक ऊँचाई के भीतर ही भवन का निर्माण करें। इसके लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराना अनिवार्य है। बतादें कि यह एयरपोर्ट विश्व की सबसे बेहतरीन टेक्नोलॉजी से बनाया जा रहा है। टनल के निर्माण के वक्त ब्लास्ट प्रूफ तकनीक पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इंजीनियर वह तकनीक अपनाएंगे, जिससे टनल और रनवे को सुरक्षित रखा जा सके। बता दें कि बाबतपुर एयरपोर्ट को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी एयरपोर्ट के जैसा विकसित किया जा रहा है । सिडनी विश्व का एकमात्र ऐसा एयरपोर्ट है जहां 24 घंटे विश्व के किसी भी कोने के लिए विमान उड़ान भरते रहते हैं। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में लाल बहादुर शास्त्री बाबतपुर एयरपोर्ट, पूर्वांचल के विकास की एक नई गाथा लिखने की पटकथा तैयार कर रहा है।