चंदौली – शिक्षा माफिया में सरकारी जमीन पर खड़ा कर दिया महाविद्यालय
प्रखर चंदौली । योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति चंदौली के अधिकारियों के लिए कोई अहमियत नहीं रखती है। योगी सरकार की बुलडोजर नीति को विपक्ष लाख गलत कहे लेकिन ऐसी नीति उन लोगों पर प्रतिबंध लगाने के लिए बहुत ही कारगर रही है जो लोग व्यवस्था का लाभ लेने के लिए कानून का गलत इस्तेमाल करते है। मामला चंदौली का है जहां एक आरटीआई कार्यकर्ता दीपेश सिंह ने सकलडीहा तहसील के धाराव गांव स्थित बसंत राम नगीना महाविद्यालय के बारे में जानकारी इक्कठा करने के बाद इस बात का खुलासा किया है कि यह महाविद्यालय सरकारी जमीन पर बना है और सरकार से ही मान्यता लेकर अवैध रूप से सरकारी जमीन पर कब्जा कर चलाया जा रहा है। शिक्षा माफिया पूरे जनपद में इस तरह के खेल में सीधे शामिल हैं । जन सूचना कार्यकर्ता का आरोप है कि सकलडीहा तहसील के धाराव में चलने वाला बसंत राम नगीना महाविद्यालय सन 2003 से संचालित है, जिसमें 2012 से B.Ed की मान्यता भी ले ली गई है। जबकि मान्यता लेते समय जो जमीन दिखाई गई है उसमें 820, 839, 840, 841, 842 और 843 की जमीन पर मान्यता महाविद्यालय की ली गई थी। जिसमें गाटा संख्या 839 नवीन परती है, 820 और 843 भीटा के नाम से दर्ज है और 840 पोखरी है। जबकि 841 और 842 पर महाविद्यालय का नाम 2017 में दर्ज हुआ है। अर्थात कई सालों तक महाविद्यालय बिना जमीन के ही इंटर से लेकर डिग्री कॉलेज तक डिग्रियां बांटता रहा है। सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर विद्यालय की मान्यता लेकर निर्माण कराया गया है। पूरे प्रदेश में इस तरह से कितने शिक्षा माफिया फल- फूल रहे है। इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। सकलडीहा के धराव में जिस शिक्षा माफिया ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है उसका राजनीतिक प्रभाव कितना है इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि पिछले 2 दशक से यह दबंग भू- माफिया खुलेआम बेधड़क अपना सम्राज्य चला रहा है और उसे कोई रोकने वाला भी नहीं है। इस मामले को लेकर तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र दिया गया है। तहसीलदार द्वारा अभी कोई कार्यवाही नहीं की गई है। लोगों का कहना है कि जिले में भूमाफियाओं द्वारा पिछली सरकारों में बड़े पैमाने पर फर्जी जमीनों को दिखाकर अवैध रूप से विद्यालय और महाविद्यालय का निर्माण कराया गया है। लेकिन योगी सरकार में भी अधिकारी इस बाहुबलियों के सामने दुम दबाकर बैठे हुए है। हालांकि इस संदर्भ में तहसीलदार द्वारा भरोसा दिया गया है कि जल्द ही इस मामले में जांच शुरू की जाएगी।