“बटेंगे तो कटेंगे” के बाद “रावण और दुर्योधन” का डीएनए पर बवाल

“बटेंगे तो कटेंगे” के बाद “रावण और दुर्योधन” का डीएनए पर बवाल

प्रखर डेस्क। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान इन दिनों विरोधियों के निशाने पर छाए हुए हैं। योगी ने गुरुवार को वनटांगिया गांव तिकोनिया नंबर तीन में परियोजनाओं के लोकार्पण के बाद एक छोटी सी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें बांटने वाली वाली ताकतों से सतर्क होकर एकजुट रहना होगा। अगर ऐसी ताकतों के धोखे में आकर आपने उन्हें मौका दे दिया तो ये फिर वही काम करेंगे, गुंडागर्दी का, अराजकता, दंगा कराने का. ये कहीं ताड़का को भेजेंगे, कहीं खर दूषण को भेजेंगे। कहीं चंड-मुंड को लेकर जाएंगे, अव्यवस्था पैदा करेंगे। बेटी-बहन की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करेंगे। कहीं गरीब की जमीन कब्जा करेंगे। कहीं व्यापारी का अपहरण करेंगे। कहीं राह चलते किसी राहगीर को गोली मारेंगे। कहीं पर्व और त्योहार के पहले दंगा भड़काएंगे। यही तो ये लोग करते थे, 2017 के पहले, मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कोई जाति, कोई क्षेत्र और कोई भाषा के नाम पर बांट रहा है। इन बांटने वाले तत्वों में रावण और दुर्योधन का DNA काम कर रहा है। योगी के इस बयान के दिल्ली से लेकर बिहार तक बवाल मचा हुआ है। इस बयान पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि योगी जी ठीक ही कह रहे है जो बांटने और काटने की राजनीति कर रहे हैं। दंगा फसाद उन्माद की राजनीति कर रहे हैं। भाई-भाई को लड़ाना चाह रहे हैं उनके अंदर तो दुर्योधन का रावण का दुशासन का ही डीएनए है। वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि योगी जी से मैं यह पूछना चाहता हूं कि आपका यह नारा क्या है। बटोगे तो काटोगे क्या है? क्या आप देश को नहीं बांट रहे हैं? आपकी क्या राजनीति है? आप किसकी बात कर रहे हैं । आप किसको कह रहे हैं कि मत बटो किसको कह रहे हैं कि कौन काटेगा। सच-सच बताइए इशारों में बात मत कीजिए। अपने भाषण के दौरान उन्होंने हनुमान जी द्वारा लंका दहन करने के प्रसंग का रोचक अंदाज में उल्लेख करते हुए कहा कि आपलोग बजरंग बली बनिए। आदर्श राष्ट्रभक्त बनिए,एक रामभक्त ही सच्चा राष्ट्रभक्त हो सकता है। सच्चा राष्ट्रभक्त दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देता है। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और भारत एक-दूसरे के पूरक हैं। सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा और जब भारत मजबूत होगा तो सनातन धर्म मजबूत होगा। अगर इनमें से कोई एक भी कमजोर होता है तो मानकर चलिए दोनों कमजोर होते हैं। देश के दुश्मन जब सफल नहीं हो पा रहे हैं तो देश के अंदर विभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। जैसे को तैसा जवाब देना ही पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 के पहले बांटकर खाने जमाना था जो अब खत्म हो गया है। अब ऐसे तत्व जानते हैं कि जो सुरक्षा में सेंध लगाएगा वह राम नाम सत्य की ओर चला जाएगा,अब कोई जबरन कानून हाथ में लेगा तो उसे मालूम है कि कानून उसको फांसी के फंदे तक लेकर चला जाएगा। बस आपको सतर्क रहने की जरूरत है आप इन बांटने वालों से सतर्क रहे क्योंकि इनमें रावण और दुर्योधन का डीएनए है।