साधू संन्यासियों की मांग को क्यों अनदेखा कर रही है सरकार!
प्रखर प्रयागराज। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में पहुंचने वाले साधू संन्यासियों ने सरकार को पशोपेश में डाल दिया है। संन्यासियों ने सरकार से ऐसी मांग की है जो सरकार के लिए मुसीबत बना हुआ है। बता दें कि साधु-संतों की अन्य धर्म के लोगों के 2025 के कुंभ के दौरान दुकान नहीं लगाने की मांग से हड़कंप मचा हुआ है। साधु संत लगातार राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि कुंभ के मेले में गैर सनातन धर्म के लोग दुकान न लगाएं. जिससे महाकुंभ की पवित्रता भंग न हो। महाकुंभ मेले को लेकर योगी सरकार लगातार बैठक कर रही है। कुंभ में योगी सरकार किसी भी तरीके की अव्यवस्था नहीं चाहती है। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद महाकुंभ की तैयारियों की बागडोर अपने हाथ में ले रखी है। दूसरी तरफ अखिल भारतीय संत समिति, अखाड़ा परिषद और अन्य साधु संत लगातार यह मांग कर रहे हैं कि महाकुंभ मेले में गैर सनातन धर्म के लोगों को राज्य सरकार दुकान न लगाने दे। साधू संन्यासियों की इस मांग से सरकार असहज दिखाई दे रही है। इस बीच योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद ने कहा कि सरकार सभी धर्म के लोगों के वोट पाकर बनती है, ऐसा नहीं हो सकता कि केवल एक ही धर्म के लोग दुकान लगाएं। गौरतलब है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के शीर्ष नेताओं से दिल्ली में मुलाकात कर महाकुंभ की तैयारियों से अवगत भी कराया था। सरकार की मंशा है कि विश्व के इस सबसे बड़े धार्मिक महापर्व में किसी भी तरह की कोई कमी न होने पाए। सरकार को अनुमान है कि इस 2025 के महाकुंभ में 45 से 50 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक पूरी दुनिया से यहां पहुंचेंगे।