बाबा सिद्दीकी हत्याकांड – नेपाल भाग गया था शिवा गौतम एसटीएफ ने दोस्तों से बार्डर पर बुलवाया फिर……
प्रखर डेस्क। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मुख्य आरोपी शिवा गौतम उर्फ शिव कुमार को यूपी एसटीएफ ने जाल बिछा कर गिरफ्तार कर लिया है। शातिर शिवा ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद नेपाल में अपना सुरक्षित ठिकाना बना लिया था लेकिन वह गांव के अपने दोस्तों के संपर्क में था। इसी का फायदा उठाते हुए एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद शातिर शिवा गौतम मुम्बई से झांसी होते हुए लखनऊ होते हुए बहराइच पहुंचा और रुपईडीहा बार्डर क्रास करते हुए नेपाल पहुंच गया, जिसकी वजह से शिवा गौतम को STF पकड़ने में नाकाम रही थी। इसके बाद एसटीएफ ने शिवा गौतम के 4 दोस्तों को हिरासत में लिए, जिसमें ज्ञान प्रकाश बाजपेई, अखिलेन्द्र सिंह, अनुराग कश्यप और अनुराग श्रीवास्तव शामिल था। चूंकि दोस्त होने की वजह से शिवा गौतम और इनकी की बात होती रहती थी। यूपी एसटीएफ ने इनसे कहा की शिवा गौतम को फोन करो और बॉर्डर पर बुलाओ। हत्याकांड में पकड़े गए धर्मराज कश्यप ने जब शिवा गौतम का नाम कबूला तब से यूपी एसटीएफ शिवा गौतम की तलाश में जुटी थी। लेकिन यह पकड़ में नही आ रहा था और ये पुलिस के लिए सरदर्द बना था। एसटीएफ ने शिवा गौतम को पकड़ने के लिए खास रणनीति बनाई।दोस्तों ने फोन करके जैसे शिवा गौतम को बॉर्डर पार करके नानपारा की तरफ बुलाया। वैसे ही पहले से मौजूद एसटीएफ की टीम ने शिवा गौतम को गिरफ्तार कर लिया और नेपाल जाने वाली हाईवे पर मौजूद ड्रीम हाउस करके मौजूद होटल में ले गई और 3 घंटे पूछताछ की गई। पूछ ताछ में शिवा ने बताया कि अनमोल बिश्नोई ने हत्या करने के बाद उसे 10 लाख रुपये देने की बात कही थी। लेकिन मामला हाईप्रोफाइल है ये बात शिवा गौतम को नहीं पता थी।शिवा गौतम पिछले 4 सालों से पुणे में रहकर भंगार खरीदने का काम करता था। इसकी दुकान के बगल में शुभम लोनकर की भी दुकान थी। शुभम लोनकर के माध्यम से शिवा लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में आया था।
बताया जा रहा है की होटल में ही सभी पांचों के कपड़े बदले गए और फिर टीम पांचों को लेकर गंडारा गांव लेकर गई, जहां के सभी रहने वाले थे। वहां सबूत इकट्ठा हुए। फिर सभी को नानपारा लेकर आई और लिखा पढ़ी के बाद लखनऊ रवाना हो गई। पुलिस के अनुसार पैसों की बात होने के बाद शुभम लोनकर और शिवा गौतम ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची। बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई उसी के बाद पुलिस एक्टिव हो गई और अपनी जान बचाने के लिए शिवा गौतम को नेपाल भागना पड़ा। लेकिन हत्या के बाद दूसरा शूटर और शिवा गौतम का साथी धर्मराज कश्यप मुम्बई पुलिस के हत्थे चढ़ा गया और उसने पुलिस की पूछताछ में पूरी बात पुलिस को बताई । जिसके बाद शिवा गौतम मुंबई पुलिस और यूपी एसटीएफ के रडार पर आ गया लेकिन एसटीएफ ने उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर जो जाल बिछाया था शिवा गौतम उसमें फंस गया और मुंबई क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ ने उसे नेपाल बार्डर से गिरफ्तार कर लिया।