कालेधन का कारोबार चल रहा बेधड़क कैंट पर पकड़ा गया 47 लाख नकद

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कालेधन का कारोबार चल रहा बेधड़क कैंट पर पकड़ा गया 47 लाख नकद

प्रखर वाराणसी । सरकार के लाख प्रयास के बाद भी काले धन पर कोई नियंत्रण होता दिखाई नहीं दे रहा है । नोटबंदी जीएसटी लगाए जाने के बाद भी कालेधन के कारोबारी लगातार सरकार के आंख में धूल झोंक अपना काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में लगातार कालेधन का मिलना इस बात का प्रमाण है कि सरकार द्वारा बनाए गए कानूनी प्रावधानों को कालेधन के कारोबारी मानने के लिए तैयार नहीं है । पिछले दिनों पहड़िया के एक अपार्टमेंट में जुआ खेलते हुए कारोबारीयों के 41 लाख रुपए पुलिस ने खुद हड़प लिए तो वही बनारस के कारोबारी से 47 लख रुपए बनारस कैंट पर बरामद हुए हैं। गौरतलब है कि कैंट स्टेशन पर एक बार फिर हवाला के लिए जा रहा कैश बरामद हुआ है। 47 लाख रुपये ले जा रहे स्वर्ण व्यापारी को जीआरपी ने हिरासत में लिया है. जब जीआरपी ने कैश का डिटेल मांगा तो व्यापारी ने कहा कि उसे 47 लाख के ड्राइफ्रूट खरीदने है। जीआरपी में उसे हिरासत में लेते हुए सभी संबंधित विभागों को सूचित कर दिया है। संदिग्ध व्यक्ति के बैग से ली गई तलाशी के दौरान बैग से बड़ी मात्रा में कैश बरामद हुआ।जीआरपी थाना प्रभारी कुंवर प्रताप सिंह ने बताया, ‘प्लेटफॉर्म नंबर 8 पर प्रभारी निरीक्षक जीआरपी हेमंत कुमार सिंह और उनकी टीम की ओर से चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान एक व्यक्ति को फुटओवर ब्रिज के नीचे से संदिग्ध हालत पकड़ा गया। उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम शिवकुमार वर्मा बताया। गोला गली चौक का रहने वाला है। शिवकुमार ने जो बैग लिए था, उसमें से 47 लाख रुपये कैश बरामद हुए है। पूछने पर बताया कि हावड़ा ड्राईफूट खरीदने जा रहा हूं लेकिन कोई कागज इस संबंध में पेश नहीं किया। इतना पैसा लेकर सफर करने का कोई कागज भी नहीं है। जीआरपी कैंट ने इसकी सूचना इनकम टैक्स की टीम को दे दिया। वाराणसी कैंट और मुगलसराय स्टेशनों पर आए दिन हवाला के पैसे पकड़े जाते हैं । बावजूद इसके इनकम टैक्स और संबंधित विभाग के अधिकारियों को इसकी कानोंकान भनक नहीं होती है सवाल यह है कि आखिर व्यापारियों के पास कालाधन इतनी बड़ी मात्रा में इकट्ठा कैसे हो जाता है।