पत्रकार से मारपीट मामले में बीजेपी नेता मनोज सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश गनर हटाए गए
प्रखर डेस्क। पत्रकार रवि श्रीवास्तव के परिवार के साथ मारपीट और गाली- गलौज अब बीजेपी नेता मनोज सिंह को भारी पड़ती नजर आ रही है। बतादें कि मनोज सिंह बलिया जिले के बैरिया का रहने वाला है और वर्तमान में लखनऊ के विभूति खंड में रहता है। विवादित छवि वाला मनोज 2022 में समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुआ था। वह चटोरी गली में दुकानों का संचालन करता है। उसने योगी सरकार में भी अधिकारियों से सेटिंग गेटिंग कर के Y श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त कर लिया था। पत्रकार रवि श्रीवास्तव अपनी बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी, बच्चों और भाई के परिवार के साथ चटोरी गली में अपनी बेटी का जन्मदिन मनाने पहुंचे थे। इस दौरान खाने की क्वालिटी और पैसों को लेकर विवाद शुरू हुआ था। आरोप है कि मनोज सिंह के गुर्गों ने पत्रकार और उनके परिजनों पर हमला किया था। घटना के बाद डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची और हमलावरों को पकड़कर थाने ले गई। लेकिन थाने में मनोज सिंह ने पुलिसकर्मियों को धमकाया, जिसके बाद हमलावरों को छोड़ दिया गया । यही नहीं चौकी इंचार्ज ने पीड़ित पत्रकार पर ही कार्रवाई की धमकी दी, जिससे मामला और गंभीर हो गया था बाद में वहां पहुंचे उच्चाधिकारियों ने हस्तक्षेप करते हुए शांति भंग का मामला बीजेपी नेता मनोज सिंह और उसके गुर्गों पर कराया था । लखनऊ के 1090 चौराहे स्थित चटोरी गली में पत्रकार और उनके परिवार पर हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।घटना की खबर के बाद इसकी गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले पर संज्ञान लेते हुए मनोज सिंह के गनर हटाने का आदेश दिए गए हैं। इसके बाद प्रशासन ने बलिया, लखनऊ और दिल्ली सहित देश भर में मनोज सिंह के खिलाफ लंबित धोखाधड़ी सहित अन्य मामलों की सूची तैयार करने के साथ ही इस पर जांच शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं।