मिल्कीपुर में खिला कमल, बीजेपी ने 65 हजार से ज्यादा मतों समाजवादी पार्टी को हराया

मिल्कीपुर में खिला कमल, बीजेपी ने 65 हजार से ज्यादा मतों समाजवादी पार्टी को हराया

प्रखर डेस्क। बहुचर्चित अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट इस बार के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद को 65,000 से अधिक मतों से हराकर जीत दर्ज कर लिया है। मुख्य विपक्षी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने चुनावों को लेकर लगातार चुनाव आयोग को निशाने पर रखा लेकिन इस जीत के बाद अब चौरतरफा योगी आदित्यनाथ के मैनेजमेंट की चर्चा हो रही है। यह जीत भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण रही, क्योंकि मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। 1991 से अब तक सपा ने यहां छह बार जीत हासिल की है, जबकि भाजपा को सिर्फ दो बार ही जीत मिली थी। इसके अलावा, बसपा के दो विधायक भी इस सीट से निर्वाचित हो चुके हैं। लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट पर करारी हार के बाद भाजपा के लिए यह उपचुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था, जिसे चंद्रभानु पासवान ने योगी मैनेजमेंट के सहारे बचा लिया है। मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद अखिलेश यादव ने इसे भाजपा की झुठी जीत बताई है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के बल पर नहीं कर सकती है, इसीलिए वो चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है। ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है, वो एक विधानसभा में तो भले ही किसी तरह संभव है, लेकिन 403 विधानसभाओं में ये ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी। इस बात को भाजपावाले भी जानते हैं, इसीलिए भाजपाइयों ने मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला था। पीडीए मतलब 90% जनता ने ख़ुद अपनी आँखों से ये धांधली देखी है। ” वहीं उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस जीत के बाद कहा कि समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी बनती जा रही है। उन्होंने मिल्कीपुर विधानसभा की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनता ने जो भरोसा दिखाया है पार्टी उस पर खरा उतरने का प्रयास करेगी।