माघी पूर्णिमा स्नान के साथ ही महाकुंभ से कल्पवासियों की वापसी शुरू
प्रखर डेस्क। महाकुंभ 2025 अब अपने अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ रहा है। लेकिन महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आने का सिलसिला जारी है। मेला क्षेत्र के माघी पूर्णिमा के एक दिन पहले ही अत्यधिक भीड़ को देखते हुए अब कल्पवासियों के वाहनों की मेला क्षेत्र से निकासी अब भीड़ छटने के बाद सुनिश्चित की गई है। पूर्व में माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद से ही कल्पवासियों के वाहन मेला क्षेत्र से बाहर निकलने लगते थे।कल्पवासियों की वापसी के लिए आने वाले वाहनों को पार्किंग स्थल पर ही खड़ा करना होगा। अब 12 फरवरी को श्रद्धालुओं के सकुशल स्नानोपरांत वापसी के पश्चात ही उनके वाहनों को मेला क्षेत्र में शिविर तक प्रवेश दिया जाएगा। अनुमान है कि 15 फरवरी तक पूरा महाकुंभ परिक्षेत्र कल्पवासियों से खाली हो जाएगा। सरकार ने कल्पवासियों की सकुशल वापसी के लिए प्लान बना लिया है। जैसे ही श्रद्धालुओं की भीड़ महाकुंभ परिक्षेत्र में कम होने लगेगी वैसे ही कल्पवासियों के वाहन मेला क्षेत्र में पहुंच कर उन्हें ले जाएंगे। अभी उन वाहनों को मेला क्षेत्र से बाहर बनी पार्किंग में ही रोक दिया गया है। इस बार के महाकुंभ में सरकार का अनुमान था कि 40 से 45 करोड़ के करीब श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे लेकिन सरकारी अनुमान का आंकड़ा माघी पूर्णिमा तक ही पूरा हो गया है। अनुमान है कि यह संख्या 55 करोड़ से 60 करोड़ तक पहुंच सकती है। जिस तरह से भीड़ प्रयागराज में उमड़ रही है उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी महाकुंभ 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक चलेगा ऐसे में यह संख्या पूरी हो सकती है जो अपने आप में एक नया इतिहास होगा।