विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों भारत 5वें स्थान पर प्रदेश के कई शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल!

विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों भारत 5वें स्थान पर प्रदेश के कई शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल!

प्रखर डेस्क। स्विट्जरलैंड की एयर क्वालिटी टेक्नोलॉजी कंपनी ‘आईक्यूएयर’ की वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2024 के अनुसार भारत विश्व के पहले पांच देशों में शामिल है। इसमें उत्तर प्रदेश के पांच शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गए हैं। यह रिपोर्ट राज्य के लिए चिंताजनक है क्योंकि लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण से जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के लोनी, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। इनमें लोनी और नोएडा का प्रदूषण स्तर सबसे ज्यादा दर्ज किया गया है। इन शहरों में प्रदूषण का मुख्य कारण औद्योगिक गतिविधियां, वाहनों से निकलने वाला धुआं, निर्माण कार्यों की धूल और पराली जलाने का असर बताया गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कई शहर दिल्ली-एनसीआर के करीब हैं, जिससे वहां की खराब हवा का सीधा प्रभाव उत्तर प्रदेश के शहरों पर भी पड़ता है। खासकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दिल्ली की प्रदूषित हवा का असर ज्यादा देखने को मिलता है। उत्तर प्रदेश सरकार पहले से ही प्रदूषण नियंत्रण के लिए वृक्षारोपण, इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने, औद्योगिक उत्सर्जन पर सख्ती, और कंस्ट्रक्शन साइट्स पर नियमों के पालन जैसे कदम उठा रही है, लेकिन रिपोर्ट के आंकड़े बताते हैं कि अभी और अधिक ठोस उपायों की जरूरत है। विशेषज्ञों के अनुसार, पीएम 2.5 जैसे खतरनाक प्रदूषकों का उच्च स्तर सांस की बीमारियां, हृदय रोग, फेफड़ों की समस्या और बच्चों व बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, घर से कम निकलने और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर प्रदूषण पर जल्द नियंत्रण नहीं पाया गया, तो उत्तर प्रदेश के कई शहरों में लोगों का जीवन कठिन हो सकता है। इस दिशा में सरकार, उद्योगों और नागरिकों को मिलकर प्रयास करने होंगे ताकि वायु गुणवत्ता में सुधार हो सके और राज्य को इस खतरनाक स्थिति से बाहर निकाला जा सके।