योगी सरकार के 8 साल 222 अपराधी ढेर 51 को मृत्यु दंड,यूपी पुलिसिंग बनी देश भर मॉडल

योगी सरकार के 8 साल 222 अपराधी ढेर 51 को मृत्यु दंड,यूपी पुलिसिंग बनी देश भर मॉडल

प्रखर डेस्क। प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने 8 वर्षों का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस दौरान योगी सरकार ने कानून-व्यवस्था को अपनी प्राथमिकता बनाते हुए ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाई। अपराध और अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई ने न केवल प्रदेश में सुरक्षा का माहौल मजबूत किया, बल्कि इसे पूरे देश में एक मॉडल पुलिसिंग के रूप में भी स्थापित किया। हालांकि बुद्धजीवियों और विपक्ष ने इसको लेकर योगी सरकार की लगातार आलोचना किया है। इसके बावजूद सरकार ने अपनी माफिया मिटाओ रणनीति को कभी विराम नहीं दिया । योगी सरकार के इन आठ सालों 2017 से अब तक यूपी पुलिस ने अपराधियों पर लगातार शिकंजा कसा है। आंकड़ों के मुताबिक पुलिस ने 222 कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया और 20,221 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। वहीं 8,118 अपराधी पुलिस मुठभेड़ों में घायल हुए और 79,984 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने 930 अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कड़ी कार्रवाई की गई और 142 अरब से अधिक की अवैध संपत्ति सरकार ने जब्त कर लिया है। अपराधियों पर अकुंश लगाने के लिए योगी सरकार का बुलडोजर एक्शन भी पूरे कार्यकाल में चर्चा का विषय रहा, जिसने अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ कठोर संदेश दिया है।

यही नहीं योगी सरकार ने ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ चलाकर अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई में जुलाई 2023 से दिसंबर 2024 तक कुल 51 अपराधियों को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई है। वहीं 6,287 अपराधियों को आजीवन कारावास हुआ जिसमें 1,091 अपराधियों को 20 वर्ष से अधिक की सजा मिली है। जबकि 3,868 अपराधियों को 10 से 19 वर्ष तक की सजा दी गई और 5,788 अभियुक्तों को 5 वर्ष से कम की सजा हुई है। योगी सरकार ने महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। कुल 27,425 मामलों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है जिसमें पॉक्सो एक्ट के तहत 11,254 मुकदमे दर्ज किए गए और 3,775 मामलों में दोषियों को दहेज हत्या का दोषी ठहराया गया।