अजब गजब : सीएम की मौजूदगी में करा दी गयी भाई-बहन की शादी,फर्जीवाड़े के खुलासे से प्रशासनिक अमले में मचा हड़कंप

अजब गजब : सीएम की मौजूदगी में करा दी गयी भाई-बहन की शादी,फर्जीवाड़े के खुलासे से प्रशासनिक अमले में मचा हड़कंप

✍️इन्द्रजीत सिंह मौर्य / मोहम्मद अरशद

प्रखर जौनपुर। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बड़े फर्जीवाड़े के खुलासे से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है।
फर्जीवाड़े में सबसे दिलचस्प बात यह है कि सगे भाई-बहन को ही दूल्हा दुल्हन के रूप में शादी कर दिया गया । उधर जब दूल्हा दुल्हन की फोटो मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के रूप में वायरल हुई तो गांव में हड़काम मच गया। जिससे इस फर्जीवाड़े की असली पोल खुल गई। ये भाई बहन जिले के मड़ियाहूं तहसील के मईडीह गांव के निवासी बताए जाते हैं। इतने बड़े फर्जीवाड़े के संबंध में जौनपुर के जिला समाज कल्याण अधिकारी से जब मीडिया के लोगों ने पूरी लिस्ट मांगा तो वह सफाई ही देते फिर रहे हैं।
दरअसल 12 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में जौनपुर के ऐतिहासिक शाही किला में जौनपुर महोत्सव का आयोजन हुआ था । जिसमें 1001 जोड़ों की शादी कराई गई थी।
इसी शादी में भाई-बहन को सात फेरे करवा दिया गया।
उधर जिले के प्रभारी मंत्री ए के शर्मा की प्रेसवार्ता में पत्रकारों ने जब सवाल किया तो डीएम ने स्वीकार करते हुए कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है इस योजना के तहत वर बधू को मिलने वाले सरकारी इमदाद को रोक दिया गया है।
उधर, प्रशासन की ओर से सभी 21 ब्लाकों में लाभार्थियों का सत्यापन कराए जाने का निर्देश दिया गया है। पूरी जानकारी संकलित होने के बाद समाज कल्याण अधिकारी अपनी रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी को देंगे। फिलहाल मामला जो भी हो लेकिन जिले के प्रभारी मंत्री ए के शर्मा के समक्ष पत्रकारों द्वारा पुछे गये सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन हजारों लोगों के बीच होते हैं व इसमें छिपाने के लिए कुछ नहीं होता।
लेकिन बाद में जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने भरोसा दिया कि प्रकरण संज्ञान में आया है। अभ्यर्थियों को दी जाने वाली रकम की राशि रोक दी गई है।
*जांच में और भी हो सकता है खुलास*

जौनपुर महोत्सव के आयोजन में जिन बहन बेटियों की शादी कराई गई उसकी सूची को लेकर अब जबरदस्त चर्चा शुरू हो गई है । सूत्र तो यह भी बताते हैं कि इस पूरे खेल में ब्लॉक से लेकर विकास भवन स्तर तक के कुछ अधिकारी, कर्मचारी शामिल हैं। जिन्होंने आनंन फानन में ऐसे फर्जी लोगों का नाम शामिल करके इस पूरे खेल को अंजाम दिया । यही वजह है कि अब मीडिया के लोग जिला समाज कल्याण अधिकारी से शादी कराये जाने वाले लोगों की सूची मांग रहे हैं तो वह देने को तैयार नहीं।