कासगंज हादसा: एक साथ 22 शव पहुंचेने के बाद गांव में मचा हाहाकार, नहीं जले चूल्हे

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सीएम ने की राहत की घोषणा

प्रखर कासगंज। जिले में हुए हादसे ने सीएम से लेकर आम जन तक को झकझोर तक रख दिया है. इस दर्दनाक हादसे से लोग सहम गए. गांव में एक साथ 22 शव पहुंचते ही घरों ने रोना-पीटना मच गया. मानों जैसे बसा-बसाया घर उजड़ गया. किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि ये मेरे अपनों के शव हैं. उनको यकीन ही नहीं आ रहा था कि ये कैसे हो गया. वहीं, जैसे ही गांव में शव पहुंचे की सूचना ग्रामीणों को मिली, सभी सारा काम छोड़कर दौड़ पड़े. गांव में एकदम से मातम छा गया. गांव मे किसी भी घर में चूल्हे नहीं जले. कासगंज में हुए हादसे से एटा जिले में कोहराम मचा हुआ है. शनिवार सुबह एटा जिले के जैथरा थाना क्षेत्र के गांव नगला कसा के लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली से मुंडन कार्यक्रम के लिए पटियाली स्थिति गंगा घाट जा रहे थे. तभी दरियावगंज के पास अलीगंज पटियाली मार्ग पर ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर तालाब में गिर गया. इसमें महिलाओं और बच्चों सहित 22 लोगों की मौत हो गई. वहीं, इसमें 7 लोग घायल हो गए. अंतिम संस्कार आज किया जाएगा. गांव में एक साथ 22 शवों का अंतिम संस्कार होगा. इसके लिए आसपास के गांवों से भी लोग ईंधन एकत्रित कर रहे हैं. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही एडीजी जोन आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ गांव पहुंचीं. उन्होंने बताया कि यह एक दर्दनाक हादसा है. इसमें 22 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 9 बच्चे और 13 महिलाएं और पुरुष हैं. घायलों का उपचार चल रहा है. उन्होंने सभी के परिजनों को को डांडस बंधाया. वहीं, गांव नगला कसा पहुंचे कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि गांव के लोगों के पास आने-जाने के लिए ट्रेक्टर ही एक साधन होता है, जिससे लोग मुंडन या गंगा स्नान के लिए निकलते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक हादसा है. फिर भी जांच होगी. कहा कि सीएम योगी के निर्देश पर वह गांव आए हैं. सीएम ने राहत के लिए घोषणा कर दी है. पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी है.