एक ही घर में तीन हत्याओं से दहला गाजीपुर का कुसम्ही कला गांव

प्रखर गाजीपुर। जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के खिलवा कुसम्ही कला गांव में पति-पत्नी और पुत्र की हत्या से हड़कंप मचा है। अज्ञात हत्यारों ने तीनों की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की थी। घटना की छानबीन में पुलिस जुटी हुई है, लेकिन अभी तक हत्या की वजह सामने नहीं आई है। उधर, घर में इकलौते जिंदा बचे 15 वर्षीय आशीष ने बताया गांव में तिलक का कार्यक्रम था, जहां वो गया था। पापा रात में बुलाकर लेकर चले आए। लेकिन, जब वे सो गए तो चोरी से आर्केस्ट्रा देखने चला गया। लेकिन, रात 1 बजे लौटा तो तीनों की हत्या हो चुकी थी और पापा-मम्मी और भाई की लाश बिखरी पड़ी थी। खिलवा गांव निवासी मुंशी बिंद (45) और पत्नी देवंती (40) घर के बाहर झोपड़ी में अलग-अलग चारपाई पर सो रहे थे। जबकि बड़ा पुत्र रामशीष (20) घर में सो रहा था। वहीं छोटा पुत्र आशीष गांव में आए आर्केस्ट्रा को देखने चला गया था। जब आशीष रात एक बजे घर आया तो देखा कि बाहर सो रहे माता पिता लहूलुहान मृत पड़े हैं। शोर मचाते हुए घर में सो रहे बड़े भाई को जगाने गया तो उसे भी मृत देख चीख पड़ा। मौके पर पहुंची पुलिस को आशीष ने बताया कि गांव में एक तिलक का कार्यक्रम था। जहां रात में आर्केस्ट्रा देखने के लिए वो गया था। लेकिन, पिता मुंशी उसे बुला लाए। इसके बावजूद रात में पिता जब सो गए तो फिर चुपके से आर्केस्ट्रा देखने चला गया। रात एक बजे लौटा तो उसके पापा-मम्मी और बड़े भाई की लाश पड़ी थी। गांव में चर्चा है कि आशीष गांव की ही एक लड़की से प्यार कर रहा था। लड़की के परिजन उसके परिवार पर शादी का दबाव बना रहे थे। लेकिन, उसके परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे। आशीष की उम्र 15 साल है। आशीष के साथ पड़ोस में रहने वाला अभिषेक भी आर्केस्ट्रा देखने के लिए गया था। उसने बताया कि जब हम लोग रात एक बजे वापस आए तो आशीष के चीखने की आवाज सुनी। दौड़कर उसके घर गए तो वहां उसके माता-पिता और बड़े भाई की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। मृतक मुंशी मुंबई में काम करता था, जो दस दिन पहले घर आया था। पूरा परिवार हंसी- खुशी रह रहा था, लेकिन किसी को नहीं पता था कि एक झटके में पूरा परिवार बिखर जाएगा। गांव के लोग हत्यारों को कोसते नजर आए।