भाजपा-निषाद पार्टी के प्रत्याशी रमेश सिंह ने अपने काफ़िले के लिए रोक दी एंबुलेंस, मामला दर्ज

प्रखर जौनपुर। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखें अब बिल्कुल सर पर हैं सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत के साथ जनता का मन मोहने की हर संभव कोशिश में लगे हुए हैं।एक तरफ भाजपा दुबारा सत्ता में वापसी के लिये हाथ पैर मार रही है तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव भी दल बल के साथ भाजपा को कड़ी टक्कर देते दिखाई दे रहे हैं।आने वाले 10 मार्च के नतीजों से किसके चेहरे पर मुस्कान और किसकी आंखों में हार के आंसू होंगे ये तो आने वाला समय बतायेगा लेकिन लोगों के रुझान देखें जाएं तो समाजवादी समर्थकों में बेहद उत्साह देखा जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और निषाद पार्टी के प्रत्याशी ने कोरोना के नियमों और आचार संहिता उलंघन की धज्जियां उड़ाते हुए एम्बुलेंस गाड़ी रोककर जुलूस निकाला। वही एम्बुलेंस को रास्ता बदलना पड़ा शाहगंज के बीजेपी निषाद पार्टी के रमेश सिंह उम्मीदवार ने टिकट का एलान होते ही सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाला, जिसमें लोग बगैर मास्क लगाए कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करते दिखे।सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
भाजपा एवं निषाद पार्टी के शाहगंज विधानसभा से प्रत्याशी रमेश सिंह का जैसे ही टिकट फाइनल हुआ उन्होंने स्वागत समारोह आयोजित कर दिया। चार पहिया वाहनों की लंबी कतारें, गाड़ियों की छत और बोनट पर लटके हुये उनके समर्थक और तो और रमेश सिंह के काफिले में शामिल गाड़ियों में हूटर तक बड़े ही धड़ल्ले से बजते रहे।ऐसा लग रहा जैसे आचार संहिता का पालन करना उन्हें आता नहीं है।तभी तो भारी भीड़, ढोल नगाड़ों की थाप पर उन्होंने चुनाव प्रचार किया।चुनाव आयोग की रोक के बावजूद एम्बुलेंस रोक रखी और भीड़ भी जुटाई और ढोल नगाड़े भी बजवाए।

*गाड़ियों की छत पर भी बैठे रहे समर्थक*

घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए शाहगंज अंकित सिंह ने बताया कि मामले की वीडियोग्राफी भी की गई है कई जगहों पर उनके द्वारा सभाएं भी की गई थी इस संबंध में धारा 188 भादवी 133 प्रतिनिधित्व अधिनियम व 117 एमपी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है उन्होंने बताया कि काफिले में शामिल गाड़ियों की छत पर लोग बैठे हुए थे